उत्पाद प्रकार

Ayurvedic

संयोजन

आंवला + केशर + अश्वगंधा + तुलसी + ब्राह्मी + अर्जुन + चन्दन + काली मिर्च + जटामांसी + नागकेशर + पिप्पली + दालचीनी + छोटी इलायची + तेजपत्ता + नागरमोथा + गंभारी + पुष्करमूल + सफेद मूसली + पाटला + अरणी + श्योनक की छाल + विल्व + कमल गट्टा इत्यादि

डॉक्टर की पर्ची

जरुरी नहीं

निर्माता

Dabur India Ltd

Dabur Chyawanprash

डाबर च्यवनप्राश के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी


परिचय

डाबर च्यवनप्राश क्या है? – What is Dabur Chyawanprash in Hindi

आज अनेक नई बीमारियों के जन्म के साथ ही, मानव के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा तंत्र पहली जरूरत बन चुका है।

डाबर च्यवनप्राश एक ऐसी ही औषधि है, जिसे दैनिक आहार का एक हिस्सा बनाया जा सकता है।

यह हर आयु, मिजाज और लिंग के जरूरतमंदों के लिए निर्मित स्वास्थ्यवर्धक उपाय है, जिसका लाभ लंबे समय तक उठाया जा सकता है।

डाबर च्यवनप्राश को बुजुर्गों द्वारा खास स्रोत के रूप में इम्युनिटी को बढ़ाने हेतु उपयोग किया जाता है।

यह एक इम्युनिटी बूस्टर है, जो आंतरिक शक्ति को बढ़ावा देकर बाहरी शक्ति से लड़ने हेतु प्रोत्साहित कर सकता है।

डाबर का कहना है कि डाबर च्यवनप्राश का नियमित इस्तेमाल करने वाले लोगों में कोविड-19 संक्रमण का खतरा 12 गुना कम हो सकता है।

डाबर च्यवनप्राश त्रिदोष को संतुलित कर मस्तिष्क से लेकर हृदय तक संपूर्ण स्वास्थ्य को रोगमुक्त रखने के प्रयास में लगा रहता है।

डाबर द्वारा निर्मित च्यवनप्राश में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का अनोखा संयोजन है, जो शरीर के कायाकल्प में मददगार साबित हो सकते है।

डाबर च्यवनप्राश कमजोर पाचन शक्ति, खांसी, दमा, हड्डियों, त्वचा, कैंसर, टीबी, क्रोनिक डिजीज व हृदय से जुड़े रोगों में काफी लाभदायक हो सकता है।

यह एक OTC उत्पाद है, जिसे खरीदने के लिए डॉक्टर की पर्ची नहीं चाहिए।

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संयोजन

डाबर च्यवनप्राश की संरचना – Dabur Chyawanprash Composition in Hindi

निम्न घटक डाबर च्यवनप्राश में होते है।

आंवला + केशर + अश्वगंधा + तुलसी + ब्राह्मी + अर्जुन + चन्दन + काली मिर्च + जटामांसी + नागकेशर + पिप्पली + दालचीनी + छोटी इलायची + तेजपत्ता + नागरमोथा + गंभारी + पुष्करमूल + सफेद मूसली + पाटला + अरणी + श्योनक की छाल + विल्व + कमल गट्टा इत्यादि

डाबर च्यवनप्राश कैसे काम करती है?

  • डाबर च्यवनप्राश को 40 से 50 वनस्पतियों द्वारा बनाया जाता है। ये सभी जड़ी-बूटियां एक निश्चित मात्रा में मिलाया जाती है, जिससे च्यवनप्राश का सुरक्षित रूप तैयार होता है।
  • डाबर च्यवनप्राश में समाहित एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक है।
  • डाबर च्यवनप्राश से कम उम्र में आने वाले बुढ़ापे को दूर किया जा सकता है। यह झुर्रियों को कम कर त्वचा को निखार सकता है और बालों को पोषण देकर उन्हें सफेद होने से बचा सकता है।
  • डाबर च्यवनप्राश रक्त में मिली अशुद्धियों को हटाकर खून को साफ करने का कार्य करता है, जिससे कील-मुँहासे गायब हो सकते है। यह शरीर से अनैच्छिक कणों को निष्कासित कर ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में उपयोगी हो सकता है।
  • डाबर च्यवनप्राश शारीरिक गर्मी को सुनिश्चित कर यौन अंगों में उत्तेजना पैदा कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप कामेच्छा और यौन शक्ति में बढ़ोतरी हो सकती है।
  • डाबर च्यवनप्राश रक्त परिसंचरण तंत्र पर भी अपना प्रभुत्व दिखा सकता है। यह रक्त के दबाव या प्रवाह को नियंत्रित कर ब्लड प्रेशर की समस्याओं में फायदेमंद हो सकता है। एक ताकतवर हृदय के लिए एक अच्छे ब्लड प्रेशर को श्रेय जाता है।
  • डाबर च्यवनप्राश शारीरिक कमजोरी को दूर कर शरीर को जल्दी थकने से बचाता है। यह शरीर में ऊर्जा का संचय कर आवश्यक गतिविधियों के संचालन में मदद कर सकता है।
  • डाबर च्यवनप्राश चयापचय को बढ़ाकर अनावश्यक चर्बी का नाश कर सकता है, जिससे एक स्वस्थ वजन की दरकार पूरी हो सकती है।

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फायदे

डाबर च्यवनप्राश के उपयोग व फायदे – Dabur Chyawanprash Uses & Benefits in Hindi

डाबर च्यवनप्राश को निम्न अवस्था या विकार में सलाह किया जाता है-

  • उच्च ग्लूकोज
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल
  • शारीरिक कमजोरी
  • कमजोर पाचन
  • खाँसी-जुकाम
  • दमा
  • पेट का कैंसर
  • टीबी
  • हृदय संबंधी शिकायतें
  • दुर्बल रोग प्रतिरोधक क्षमता
  • मोटापा
  • एसिडिटी
  • अपच
  • यौन दुर्बलता
  • त्वचा की समस्याएं
  • बालों से जुड़ी परेशानियां
  • तनाव
  • पोषण की कमी
  • अनिद्रा
  • अल्जाइमर
  • हड्डियों की कमजोरी
  • कम हीमोग्लोबिन

दुष्प्रभाव

डाबर च्यवनप्राश के दुष्प्रभाव – Dabur Chyawanprash Side Effects in Hindi

इसकी अति या दुरुपयोग से कुछ सामान्य दुष्प्रभाव हो सकते है-

  • आम दस्त
  • पेट में जलन

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खुराक

डाबर च्यवनप्राश की खुराक – Dabur Chyawanprash Dosage in Hindi

आमतौर पर, डाबर च्यवनप्राश की ज्यादातर मामलों में सुझाव की जाने वाली खुराक कुछ इस प्रकार है-

उत्पाद खुराक
use in hindi
Dabur Chyawanprash
  • लेने का तरीक़ा: मौखिक खुराक
  • कितना लें: 1-2 चम्मच
  • कब लें: सुबह और शाम
  • खाने से पहले या बाद: कभी भी
  • लेने का माध्यम: दूध के साथ
  • उपचार अवधि: डॉक्टर की सलाह अनुसार

उम्र और पाचन शक्ति के आधार पर च्यवनप्राश की खुराक को कम या ज्यादा किया जा सकता है।

6 से 12 वर्ष की आयु तक के बच्चों में डाबर च्यवनप्राश की दैनिक खुराक 5 से 7.5 ग्राम यानी एक चम्मच उपयुक्त है।

1 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों में डाबर च्यवनप्राश की दैनिक खुराक 2.5 से 5 ग्राम यानी आधा चम्मच सुरक्षित है।

1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को डाबर च्यवनप्राश की खुराक नहीं दी जानी चाहिए। इस विषय में बाल चिकित्सक की सलाह जरूर लें।

च्यवनप्राश को सही तरीके से जीवनभर तक उपयोग में लिया जा सकता है। च्यवनप्राश का एक्सपायरी पैक इस्तेमाल करने से बचें और स्थिति अनुसार निर्धारित खुराक का बेशर्त पालन करें।

सावधानी

निम्न सावधानियों के बारे में डाबर च्यवनप्राश के उपयोग से पहले जानना जरूरी है।

भोजन

डाबर च्यवनप्राश की भोजन के साथ प्रतिक्रिया की जानकारी अज्ञात है।

जारी दवाई

अन्य जारी दवाई और घटक के साथ डाबर च्यवनप्राश की प्रतिक्रिया की उपयुक्त जानकारी नहीं है।

लत लगना

नहीं, डाबर च्यवनप्राश की लत नहीं लगती है।

ऐल्कोहॉल

शराब और डाबर च्यवनप्राश की साथ में प्रतिक्रिया की जानकारी अज्ञात है।

गर्भावस्था

गर्भावस्था एक संवेदनशील अवस्था है, इसलिए डाबर च्यवनप्राश का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

स्तनपान

इस विषय में जानकारी के अभाव के कारण डॉक्टर की सलाह को प्राथमिकता दें।

ड्राइविंग

डाबर च्यवनप्राश के सेवन से ड्राइविंग क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है।

अन्य बीमारी

एलर्जी, अतिसंवेदनशीलता, Hyperglycemia, पेप्टिक अल्सर, डायरिया के मामलों में डाबर च्यवनप्राश का उपयोग डॉक्टर की सलाह अनुसार करें।

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कीमत

डाबर च्यवनप्राश को आप अमेजन से कुछ प्रतिशत छूट पर ऑनलाइन खरीद सकते है-

सवाल-जवाब

क्या डाबर च्यवनप्राश को दूध के साथ लिया जा सकता है?

हाँ, डाबर च्यवनप्राश को दूध के साथ लेना सुरक्षित है। जिन मरीजों में च्यवनप्राश के सेवन से पेट में जलन की शिकायत रहती है, उन्हें च्यवनप्राश की खुराक के आधे घंटे बाद दूध का सेवन करना चाहिए।

सही डाबर च्यवनप्राश की पहचान करने का घरेलू तरीका क्या हो सकता है?

च्यवनप्राश को पानी और स्वाद से जाँचा जा सकता है। च्यवनप्राश की थोड़ी सी मात्रा को पानी में डालें, अगर ऐसी स्थिति में च्यवनप्राश अंदर डूब जाता है, तो ये असली है। लेकिन यदि च्यवनप्राश पानी पर तैरता है, तो इसे सही से पकाया नहीं गया है या इसमें कुछ मिलावट है। आमतौर पर, सही च्यवनप्राश का स्वाद हल्का खट्टा होता है। स्वाद के आधार पर भी सही या गलत का अनुमान लगाया जा सकता है और इसे हमेशा भरोसेमंद स्टोर से खरीदे।

क्या डाबर च्यवनप्राश से कोई दीर्घकालिक नुकसान हो सकता है?

नहीं, इस औषधि का कोई दीर्घकालिक नुकसान नहीं है, इसलिए अक्सर लोगों द्वारा इसे दैनिक आहार में जोड़ा जाता है।

डाबर च्यवनप्राश को किस ऋतु में लेना थोड़ा संकोचपूर्ण हो सकता है?

च्यवनप्राश को सर्दी और गर्मी के दिनों के लिए अतिउत्तम माना जाता है। लेकिन वर्षा ऋतु में इसका सेवन थोड़ा संकोचपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस समय पाचन संबंधी परेशानियां पैदा हो सकती है। इस विषय में अपने चिकित्सक की राय के साथ इसे जारी रखा जा सकता है।

क्या डाबर च्यवनप्राश मधुमेह के मामलों में सुरक्षित है?

मधुमेह से पीड़ित मरीज डॉक्टर की मंजूरी के बाद ही इसे लेना शुरू करें।

क्या डाबर च्यवनप्राश मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकता है?

नहीं, यह मासिक धर्म चक्र को प्रभावित नहीं करता है। इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिए अपने निजी मासिक धर्म चक्र से जुड़े चिकित्सक की मदद लें।

क्या डाबर च्यवनप्राश भारत में लीगल है?

हाँ, यह आयुर्वेदिक दवा भारत में पूर्णतया लीगल है।

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