दालचीनी

दालचीनी के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी | Dalchini in Hindi


दालचीनी क्या है?

What is Cinnamon in Hindi

Dalchini एक प्राकृतिक दवा की तरह हैं, जिसका आमतौर पर उपयोग मसालों मे किया जाता हैं। दालचीनी को अंग्रेजी मे Cinnamon कहते हैं।

दालचीनी के डंडी की तरह थोड़ी सी मोटी, सूखी और भूरे रंग की होती है। दालचीनी पाउडर दरदरा पिसा और भूरे रंग में पैकेट में मिलता है। मसाले और औषधि की तरह इस्तेमाल होने वाली दालचीनी में प्राकृतिक खुशबू और मिठास दोनों ही होती हैं।

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इसका उपयोग खाद्य पदार्थों में स्वाद और खुशबू लाने के लिए भी किया जाता हैं और उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों के हानिकारक प्रभावों को कम करने और वजन कम करने में भी सहायक हैं।

दालचीनी को मसालों के अलावा कई आयुर्वेदिक दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार दालचीनी हमारे पाचन स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है।

दालचीनी के पत्तो को ही “तेजपत्र” कहा जाता है।

दालचीनी का वैज्ञानिक नाम “सिनमोमम जेलेनिकम” है और इसे भारत में विभिन्न जगहों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे- दारूचीनी, चोचम, तज, सीलोन सिनामोन आदि।

दालचीनी का पेड़ सदाबहार और मध्यम आकार का होता है, जिसकी सूखी छाल प्रयोग में ली जाती है। यह भारत में पश्चिमी-दक्षिणी भागों में पाई जाती है।

आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी में मधुर व कटु स्वाद होता है, तीक्ष्ण, लघु, रूक्सा गुण होता है, उष्ण वीर्य होता है, कटु विपाक होता है तथा कफ-वातहर, रुक्य व कंठसुधिकार कर्म होता है।

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पोषक तत्व

Cinnamon Nutrition Fact in Hindi – दालचीनी की पोषक तत्व

दालचीनी की 1 चम्मच मे निम्न तत्व होते है, जिनकी मात्रा नीचे बताई गयी है। दालचीनी बहुत प्रकार की आती है, इसलिए तत्वो मे थोड़ा अंतर हो सकता है।

तत्व मात्रा
कैलोरी 6
प्रोटीन 0
कार्बोहाइड्रेट 2 g
फाइबर 1 g
शुगर 0
फैट0
केलोस्ट्रोल 0
सोडियम 0
कैल्सियम 26 mg
पौटेशियम11 mg
मैग्नीशियम2 mg
फोस्फोरस 2 mg
विटामिन K 1 माइक्रोग्राम
विटामिन A8 IU

(g= ग्राम, mg= मिली ग्राम, IU= International Unit)

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फायदे

दालचीनी के व फायदे – Dalchini Benefits in Hindi

निम्न दालचीनी के प्रमुख फायदे है, इनके अलावा भी बहुत से फायदे व उपयोग दालचीनी के है।

  • शरीर में Insulin (इंसुलिन) की खपत को बढ़ाती हैं, जिससे मधुमेह (Diabetes) का खतरा कम होता है।
  • फाइबर की मात्रा को बढ़ाये रखती हैं।
  • अनावश्यक वसा को कम कर वजन कम करने में सहायक हैं।
  • दालचीनी दमा, अस्थमा, कफ जैसे लक्षणों से भी राहत प्रदान करती हैं।
  • दालचीनी का रोजाना उपयोग कमर एवं जोड़ों के दर्द को कम करती हैं।
  • दालचीनी कैंसर की कोशिकाओ के विकास को कम करता है।
  • भोजन को आसानी से पचा कर पाचन तंत्र को मजबूत बनाती हैं।
  • दालचीनी माताओ के स्तन का दूध बढ़ाती है।
  • दालचीनी अनावश्यक गर्भधारण को टालने में सहायक हैं।
  • सर्दी खांसी जैसे विकारो मे दालचीनी से घेरलु उपचार कर सकते है।
  • दालचीनी का तेल इत्र, मिठाई और पेय पदार्थों में उपयोग किया जाता है।
  • वीर्य वृद्धि के मामलों में भी दालचीनी सहायक हैं।
  • मुहांसे कम करने के लिये दालचीनी का उपयोग निम्बू के साथ उपयुक्त हैं।
  • दालचीनी का पेस्ट बालो के विकास और जड़ो को मजबूत करता है।
  • दालचीनी मासिक धर्म मे होने वाली पेट मे ऐथन को कम करता है।
  • दालचीनी के एंटी-बैक्टीरियल व औषधीय गुण दस्त (डायरिया) से निदान पाने मे मदद करता है।
  • दालचीनी दस्त के साथ कब्ज व गैस की समस्या मे मददगार है।
  • दालचीनी रूखी त्वचा पर निखार लाने मे मदद करता है।
  • दिमाग को तेज़ करने के लिए भी दालचीनी का उपयोग किया जाता है।
  • गठिया (Arthritis) जैसी समस्या मे भी दालचीनी उपयोगी है।

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दुष्प्रभाव

दालचीनी के दुष्प्रभाव – Dalchini Side Effects in Hindi

दालचीनी का लगातार गलत तरीके या जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते है। आमतौर पर इसके इतने नुक्सान तो नहीं है, लेकिन इसका सेवन या उपयोग एक तय ख़ुराक अनुसार ही करना चाहिए।

निम्न दालचीनी से हो सकने वाले दुष्प्रभाव है। लेकिन जरूरी नहीं है, कि सबको दुष्प्रभाव एक जैसे हो। इनके अलावा भी अन्य दुष्प्रभाव हो सकते है।

  • पित बढ़ना 
  • लीवर विकार
  • मलमार्ग में जलन 
  • सिर दर्द
  • मुंह में छाले
  • ब्लड शुगर स्तर का ज्यादा कम होना
  • सांस लेने में तकलीफ

अत्यंत दुष्प्रभाव दिखने पर सेवन बंद करके जल्द से जल्द चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

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उपयोग

दालचीनी के उपयोग – Cinnamon Uses in Hindi

दालचीनी बहुत से प्रकार की होती है, जिसमे तत्वो की मात्रा कम ज्यादा होती है।

सामान्य संतुलित आहार में सीलोन दालचीनी (Ceylon Cinnamon) जिसे मैक्सिकन दालचीनी भी कहते है, उसका उपयोग करना सबसे अच्छा है, क्योंकि इसमें कुमेरीन (Coumarin) की मात्रा कम होती हैं। ज्यादा कुमेरीन के सेवन के बहुत से दुष्प्रभाव है।

केसिया दालचीनी (Cassia Cinnamon) का उपयोग भी किया जा सकता हैं, परंतु इसमें अधिक मात्रा में कुमेरीन होता है, जिससे लीवर खराब हो सकता हैं।

मसालों में दालचीनी का उपयोग स्वादिष्ट गार्निश के रूप में भी किया जाता हैं।

दालचीनी पाउडर को मीठे व्यंजनों या अन्य खाद्य पदार्थों पर खुशबू लाने के लिए भी छिड़का जाता हैं। जूस में स्वाद के लिए इसका उपयोग किया जा सकता हैं।

दालचीनी का शहद, जैतून का तेल, या बादाम तेल के साथ पेस्ट बनाकर बाहरी उपयोग किया जाता है।

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खुराक

दालचीनी की खुराक – Dalchini Dosage in Hindi

दालचीनी को आमतौर पर खाद्य-पदार्थो के साथ मिलाकर सेवन किया जाता है। लेकिन इसके विशेष फायदों के लिए इसका उपयोग अलग-अलग तरीके से होता है।

एक सामान्य व्यक्ति दालचीनी की खुराक दिन में एक बार, 5-10 मिनट के लिए पानी में उबालकर और फिर इसे छीलकर, एक चम्मच शहद के साथ नाश्ता करने से आधे घंटे पहले सेवन कर सकता हैं।

बच्चों के लिए दालचीनी का सेवन पानी मे घोलकर करना चाहिए। बच्चो के लिए इसका लगातार उपयोग बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श के अनुसार ही करें।

जरूरत के अनुसार दालचीनी का पेस्ट बनाकर बाहरी उपयोग कर सकते है।

1 चम्मच दालचीनी पाउडर मे 1 चम्मच शहद डाले और इसे त्वचा पर 10 मिनट तक लगाए रखे।

बालो के लिए गुनगुने जैतून तेल मे शहद और दालचीनी पाउडर बनाए और फिर बालो की जड़ों मे मालिश करे।

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सावधानी

दालचीनी का उपयोग कुछ मामलों में सावधानीपूर्वक करना चाहिए।

  • दालचीनी को एंटीडायबिटिक दवाओं के साथ प्रयोग न करें क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकती है।
  • दालचीनी को एन्टी-हाइपरटेंसिव दवाओं के साथ परहेज करें क्योंकि यह रक्तचाप को कम करती है।
  • गर्भावस्था के मामलों में दालचीनी का सेवन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
  • दालचीनी का सेवन एंटी-प्लेटलेट दवाओं के साथ न करें क्योंकि यह बिम्बाणु की संख्या कम कर रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकती है।
  • स्तनपान के दौरान, दालचीनी को भोजन की मात्रा में लेना सुरक्षित है।
  • पित्त की अधिकता के मामलों में इसे कम मात्रा में लें क्योंकि यह प्रकृति में गर्म है।

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सवाल-जवाब

क्या गर्भवती महिला के लिए दालचीनी का सेवन सुरक्षित हैं?

चूँकि दालचीनी एक गर्म पदार्थ हैं, जो शरीर में गर्मी पैदा करती हैं। इसके ज्यादा सेवन से महिला और शिशु दोनों की तबियत खराब हो सकती हैं। इसलिए इस अवस्था में अपने निजी डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

क्या दालचीनी पाचन तंत्र को ठीक करने में सहायक हैं?

चूँकि यह एक आयुर्वेदिक दवा है, जो भोजन में उपस्थित घटक (प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन) आदि को अवशोषित कर पाचन क्रिया को बढ़ा कर पाचन तंत्र को ठीक करती हैं।

दालचीनी का सेवन शहद या पानी किसके साथ ज्यादा लाभदायक हैं?

दालचीनी का सेवन पानी से ज्यादा शहद के साथ लाभदायक हैं, क्योंकि शहद के साथ इसे रगड़ के मिला के सेवन करने से ब्लड शुगर स्तर में कमी नहीं आती है।

क्या दालचीनी का सेवन एलोपैथिक दवाओं के साथ सुरक्षित है?

चूँकि मार्केट मे कई एलोपैथिक दवाएं आती है और सबका प्रभाव अलग होता है, इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के दोनों को साथ में सेवन नहीं करना चाहिए।

क्या दालचीनी के निरंतर सेवन से इसकी लत लग जाती हैं?

दालचीनी एक खाद्य सामग्री हैं, जो शरीर के लिए उपयोगी हैं। इसलिए इसके लंबे सेवन से शरीर को इसकी आदत नहीं लगती।

क्या दालचीनी ठंड से राहत प्रदान करती हैं?

उत्तर: दालचीनी एक गर्म खाद्य सामग्री हैं, जो शरीर में गर्मी पैदा करती हैं। इसलिए यह शरीर को ठंड से बचाती हैं।

किसी विशेष खाद्य पदार्थ के सेवन से बचा जाना चाहिए?

दालचीनी के सेवन के साथ शराब (Alcohol) के सेवन से बचना चाहिए।

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