उत्पाद प्रकार

Ayurvedic

संयोजन

मंजिष्ठा + गुडूची + मुस्ता + कुटज + कुश्ता + वच + हरिद्रा + दारुहरिद्रा + विभितकी + त्रिफला + विडंग + चित्रक + शतावरी + त्रिवर्त + चंदन + भृंगराज

डॉक्टर की पर्ची

जरुरी नहीं

Mahamanjisthadi

महामंजिष्ठादि के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी | Mahamanjisthadi in Hindi


परिचय

महामंजिष्ठादि क्या है? – What is Mahamanjisthadi in Hindi

महामंजिष्ठादि बिना डॉक्टर की पर्ची के मिलने वाली एक आयुर्वेदिक दवा है।

इस दवा को खासकर त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं में सलाह किया जाता है।

स्किन से संबंधित ये लक्षण सामान्य से लेकर गंभीर हो सकते है।

सामान्य लक्षणों में इसे ओवर द काउंटर प्रॉडक्ट की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन गंभीर मामलों में इसे आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर इस्तेमाल करें।

महामंजिष्ठादि त्वचा क्षति को प्राकृतिक तरीकें से ठीक करती है और घावों को जल्दी भरने में मदद करती है।

इस दवा द्वारा इतनी प्रसिद्धि पाने के पीछे इसमें शामिल घटकों का उचित अनुपात में भंडार तथा नगण्य दुष्प्रभाव, ये दोनों मुख्य बड़े कारण हो सकते है।

इसे लेना बंद करने के बावजूद, इस दवा का असर लंबे समय तक बना रहता है।

इस प्रकार की अन्य एलोपैथिक के बदले इस दवा का इस्तेमाल करना ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।

पढ़िये: दिव्य शुद्धि चूर्ण | Punarnavasava in Hindi

संयोजन

महामंजिष्ठादि की संरचना – Mahamanjisthadi Composition in Hindi

इसमें निम्न घटक शामिल होते है-

मंजिष्ठा + गुडूची + मुस्ता + कुटज + कुश्ता + वच + हरिद्रा + दारुहरिद्रा + विभितकी + त्रिफला + विडंग + चित्रक + शतावरी + त्रिवर्त + चंदन + भृंगराज

महामंजिष्ठादि कैसे कार्य करती है?

  • मंजिष्ठा खून की अशुद्धि मिटाकर स्किन प्रॉबलम्स को ठीक कर सकता है। यह आर्थराइटिस यानी गठिया और मासिक धर्म चक्र की समस्याओं में लाभदायक हो सकता है।
  • गुडूची मतलब गिलोय, जो हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक जड़ी-बूटी है। गिलोय वात दोष को संतुलित कर हड्डियों के दर्द व सूजन को दूर कर सकता है। इसका इस्तेमाल गठिया रोग के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। गिलोय त्वचा के दाग-धब्बों, मुहांसों और झुर्रियों को कम कर सकता है।
  • शरीर में विषाक्त पदार्थों के जमाव से होने वाली सभी समस्याओं में वच का इस्तेमाल लाभकारी होता है। यह नर्वस सिस्टम को ठीक करने में मदद कर सकता है और पीरियडस में होने वाली दिक्कतों को कम कर सकता है।
  • हरिद्रा चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने में उपयोगी होती है। इसमें एंटीहिस्टामाइन, एंटीबैक्टीरियल व एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।
  • विभितकी यानी बहेड़ा में एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण पायें जाते है, जिस कारण यह बाह्य त्वचा पर संक्रमण से फैली बीमारी और आंतरिक इंफेक्शन की रोकथाम कर सकता है।
  • त्रिफला रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने वाला चमत्कारी चूर्ण है। यह हमारे स्वास्थ्य का बाहरी हमलों से बचाव करता है। यह आंवला, हरीतकी और विभितकी से मिलकर बना होता है। यह एक्जिमा और सोरायसिस के मामलों में काफी फायदेमंद हो सकता है।
  • विडंग ब्लडप्यूरीफायर के रूप में कार्य करता है, जो हमारी बॉडी से टॉक्सिन्स को बाहर फेंकता है।
  • शतावरी विटामिन K का एक अच्छा स्त्रोत है, जो हड्डियों की कमजोरी को दूर कर सकती है। यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाकर गठिया का उपचार कर सकती है।

पढ़िये: अमृतारिष्ट | Panchatikta Ghrita Guggulu in Hindi 

फायदे

महामंजिष्ठादि के उपयोग व फायदे – Mahamanjisthadi Benefits & Uses in Hindi

निम्न अवस्था या विकार मेंमहामंजिष्ठादि को विशेषज्ञ द्वारा रोगी को सलाह किया जाता है-

  • त्वचा विकार जैसे खुजली, जलन, लालिमा, सूजन इत्यादि।
  • न भरने वाला घाव
  • एक्जिमा
  • सोरायसिस
  • सिफलिस
  • गाउट/गठिया/आर्थराइटिस
  • अशुद्ध खून
  • मूत्र संस्थान में संक्रमण

दुष्प्रभाव

महामंजिष्ठादि के दुष्प्रभाव – Mahamanjisthadi Side Effects in Hindi

महामंजिष्ठादि का सही से उपयोग करने पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।

यदि शरीर में किसी प्रकार का बड़ा रोग है, तो इस दवा को आजमाने से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

पढ़िये: विडंगारिष्ट | Pippalyasava in Hindi 

खुराक

महामंजिष्ठादि की खुराक – Mahamanjisthadi Dosage in Hindi

खुराक विशेषज्ञ द्वारा महामंजिष्ठादि की रोगी की अवस्था अनुसार दी जाती है।

आमतौर पर, महामंजिष्ठादि की ज्यादातर मामलों में सुझाव की जाने वाली खुराक कुछ इस प्रकार है-

उत्पाद खुराक
use in hindi
Mahamanjisthadi
  • लेने का तरीक़ा: मौखिक खुराक
  • कितना लें: 5 से 10 ml
  • कब लें: सुबह और शाम
  • खाने से पहले या बाद: खाने के बाद
  • लेने का माध्यम: गुनगुने पानी के साथ
  • उपचार अवधि: डॉक्टर की सलाह अनुसार

महामंजिष्ठादि, क्वाथ यानी काढ़े के रूप में आता है।

इस दवा को पानी की समान मात्रा में मिलाकर पीना चाहिए, क्योंकि पानी, इस दवा को लेने का सबसे उपयुक्त माध्यम है।

इस दवा को लंबे समय तक लेने की जरूरत होती है, लेकिन इसे लेना कब बंद करना चाहिए, इसकी जानकारी डॉक्टर से प्राप्त करें।

सावधानी

निम्न सावधानियों के बारे में महामंजिष्ठादि के उपयोग से पहले जानना जरूरी है।

भोजन

भिन्न खाद्य सामग्री के साथ महामंजिष्ठादि की प्रतिक्रिया की जानकारी अज्ञात है।

जारी दवाई

अन्य जारी दवाई और घटक के साथ महामंजिष्ठादि की प्रतिक्रिया की उपयुक्त जानकारी नहीं है।

लत लगना

नहीं, महामंजिष्ठादि की लत नहीं लगती है।

ऐल्कोहॉल

शराब और महामंजिष्ठादि की साथ में प्रतिक्रिया की जानकारी अज्ञात है।

गर्भावस्था

गर्भावस्था एक संवेदनशील अवस्था है, इसलिए महामंजिष्ठादि का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

स्तनपान

स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर, महामंजिष्ठादि के प्रभाव की जानकारी अज्ञात है।

ड्राइविंग

महामंजिष्ठादि के सेवन से ड्राइविंग क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है।

पढ़िये: बी टेक्स ऑइंटमेंट | Kamdudha Ras in Hindi

कीमत

महामंजिष्ठादि को आप अमेजन से कुछ प्रतिशत छूट पर ऑनलाइन खरीद सकते है-

पढ़िये: त्रयोदशांग गुग्गुलु Akik Pishti in Hindi