Brahmi in Hindi

ब्राह्मी के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी, उपयोग | Brahmi in Hindi


ब्राह्मी क्या है? – What is Brahmi in Hindi

ब्राह्मी को बड़े प्राचीन समय से आयुर्वेद चिकित्सा ने अपना के रखा है। आयुर्वेद के अंतर्गत आने वाली कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुधारक जड़ी-बूटियों में से एक ब्राह्मी भी है, जिसे मेध्यरसायन की उपाधि दी गयी है।

शिलाजीत अश्वगंधा के साथ ब्राह्मी को बहुत सारे आयुर्वेदिक उत्पाद में उपयोग किया जाता है। जैसे

ब्राह्मी का पौधा जमीन पर फैला हुआ होता है, जो रसीला होता है और इसमें अधिक पानी का स्टोर करने की क्षमता होती है। यह बैंगनी और सफेद फूलों सुशोभित होता है, जिसकी अमूनन पांच पंखुड़ियां होती है।

ब्राह्मी-के-फायदे

ब्राह्मी को मस्तिष्क के लिए अमृत कहा जाता है। यह मानसिक कार्यों को बरकरार रखने, सोचने की क्षमता को बढ़ाने, स्मरण शक्ति की लय को पुनर्स्थापित करने, एकाग्रता में सुधार करने वाला एक ब्रेन बूस्टर घटक है।

इसके अलावा भी, इसके कई स्वास्थ्य लाभ है, यह जड़ी-बूटी खाँसी में फायदेमंद हो सकती है, डायबिटीज में लाभदायक हो सकती है और तो और ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याओं में भी काफी मददगार साबित हो सकती है।

ब्राह्मी का वैज्ञानिक नाम बाकोपा मोंनिरी (Bacopa Monnieri) है, यह तासीर में ठंडी होती है।

ब्राह्मी की मूल उपस्थिति से बने उत्पादों का सेवन हमारे शरीर पर परिवर्तनशील परिणाम छोड़ते है, मतलब यह औषधि अन्य औषधियों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित और प्रभावशाली सिद्ध होती है।

इसे सुखाकर, पीसकर या अन्य कई विभिन्न तरीकों से मानव द्वारा उपयोग में लिया जा रहा है।

ब्राह्मी मिर्गी, अनिद्रा, तनाव, सांस की समस्या, विषाक्ता, कमजोर स्मरण शक्ति, कैंसर, दर्द, सूजन, खराब प्रतिरोधक क्षमता, त्वचा की परेशानियां, मूत्र विकार, एकाग्रता और समझ की कमी, मधुमेह आदि समस्त दुःखों को दूर करने में काम आती है।

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ब्राह्मी के उपयोग व फायदे – Brahmi Uses & Benefits in Hindi

इस आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी से स्वास्थ्य पर होने वाले विशेष लाभ निम्नलिखित है।

दिमागी शिकायतों का समाधान करने में सहायक

ब्राह्मी मस्तिष्क की कार्यक्षमता और स्वास्थ्य के उपयुक्त कामकाज को बढ़ावा देने का कार्य करती है। यह मानसिक मुसीबतों जैसे मिर्गी, अनिद्रा, चिंता और कमजोर याददाश्त को दूर करने में सहायक होती है। साथ ही, यह एकाग्रता, समझ और सतर्कता को बरकरार रखती है।

प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मददगार

ब्राह्मी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरी एक प्राकृतिक औषधि है, जो ऑक्सिडेटिव तनाव को कम कर हानिकारक प्रभावों से छुटकारा दिलाने में सक्षम है। यह हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर सकती है।

मधुमेह के लिए एक प्रभावी इलाज

ब्राह्मी वटी में एंटीडायबिटिक गुण निहित होते हैं, जो रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने का कार्य करते है। इसमें एंटीहाइपरग्लाइसेमिक शक्ति होती है, जिसके कारण ब्राह्मी टाइप-2 डायबिटीज के लिए भी प्रभावी साबित हो सकती है।

त्वचा के लिए काफी लाभदायक जड़ी-बूटी

ब्राह्मी में मौजूद रसायन त्वचा के छिद्रों को साफ कर अनावश्यक तेल को साफ करते है, जिससे त्वचा बेदाग और गोरी होती है। ब्राह्मी कोलेजोन को बढ़ाकर त्वचा के रूखेपन, ढीलेपन और झुर्रियाें से छुटकारा दिलाने में लाभदायक साबित होती है।

श्वसन स्वास्थ्य को अच्छा बनायें रखने में फायदेमंद

ब्राह्मी ने श्वसन दर में सुधार कर ब्रोंकाइटिस और अस्थमा पर सफलता हासिल की है। यह अतिरिक्त कफ और बलगम को निकालने, सूजन को दूर करने और श्वसन डर को बढ़ाने में सहायक हो सकती है।

पाचन तंत्र को मजबूत करने में कारगर

ब्राह्मी आंतों की साफ-सफाई कर हानिकारक पदार्थों के साथ मल त्याग को बढ़ाती है। यह एक शामक के रूप में कार्य करती है, जो गैस्ट्रिक समस्याओं को दबाने और उनसे जल्द राहत दिलाने में सक्षम है।

दर्द और सूजन के संकेतों को कम करने में सहयोगी

ब्राह्मी सूजन को दूर करने वाला एक घरेलू उपचार हो सकता है। यह गठिया से पीड़ित लोगों के लिए बेहद खास दवा हो सकती है। यह प्रोस्टाग्लैंडीन के उत्पादन में बाधा पैदा कर दर्द और सूजन से राहत देने का काम करती है। पीठ दर्द, सिर दर्द और मांसपेशियों के दर्द में इससे राहत मिल सकती है।

अल्जाइमर रोग के लिए प्रभावी उपचार

ब्राह्मी मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर के बीच समन्वय बनायें रखती है और मस्तिष्क के कार्यों में संतुलन लाने का कार्य करती है। इसे अल्जाइमर और डिमेंशिया के लिए एक प्रभावी उपचार माना जाता है।

मिर्गी के इलाज में सहायक औषधि

यह मानसिक उत्तेजना को कम कर मिर्गी के दौरों को कम कर सकती है। यह मस्तिष्क की नसों को शांत कर बेहोशी को दूर कर सकती है। इससे स्मृति-हानि की पूरी भरपाई की जा सकती है।

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ब्राह्मी के दुष्प्रभाव – Brahmi Side Effects in Hindi

ब्राह्मी से दुष्प्रभाव की संभावना काफी कम होती है, लेकिन अतिसंवेदनशीलता या गलत खुराक के चलते, निम्न साइड एफ़ेक्ट्स हो सकते है।

  • दमा
  • पेट में दर्द
  • मतली
  • मूत्रमार्ग में संक्रमण
  • हाइपरग्लेसिमिया
  • पेट की संवेदनशीलता
  • भूख में कमी
  • अनियमित हृदय गति

ब्राह्मी की खुराक – Brahmi Dosage in Hindi

ब्राह्मी का सेवन करने की विधि उत्पाद पर निर्भर करती है।

  • ब्राह्मी ब्राह्मणी को सेवन करने के पीछे कई तौर-तरीकों के बारें में जानना आवश्यक होता है। लक्षण प्रकार के अनुसार इसकी सटीक खुराक का निर्वहन करें। इसे विभिन्न रूपों में प्रयोग किया जा सकता है।
  • ब्राह्मी युक्त टैबलेट को मौखिक रूप से ग्रहण किया जाता है। इसकी एक या दो टैबलेट एक दिन के लिए काफी है।
  • ब्राह्मी के पाउडर को पानी के साथ इस्तेमाल करने से शरीर शीतल और मस्तिष्क शांत रहता है।
  • ब्राह्मी के तेल को सिर पर लगाकर इससे मालिश करने पर सोचने की क्षमता बढ़ती है और दिमाग तेज होता है।
  • ब्राह्मी के कच्चे रूप का पेस्ट बनाकर इसे त्वचा पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने में मददगार हो सकती है।

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सावधानियां – Brahmi Precautions in Hindi

निम्न सावधानियों के बारे में ब्राह्मी के उपयोग से पहले जानना जरूरी है।

किसी अवस्था से प्रतिक्रिया

निम्न अवस्था व विकार में ब्राह्मी से दुष्प्रभाव की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए जरूरत पर, विशेषज्ञ को अवस्था बताकर ही ब्राह्मी की खुराक लें।

  • पेप्टिक अल्सर
  • अतिसंवेदनशीलता

भोजन के साथ प्रतिक्रिया

ब्राह्मी की भोजन के साथ प्रतिक्रिया की जानकारी अज्ञात है।

Brahmi FAQ in Hindi

1) क्या ब्राह्मी गर्भावस्था के लिए सुरक्षित औषधि है?.

उत्तर: यह दवा गर्भावस्था के विभिन्न चरणों मे किसी लक्षणों के चलते कितनी सुरक्षित है, इस बारें में पूरी जानकारी किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा प्राप्त करें।

2) क्या ब्राह्मी के सेवन से इसकी आदत लग सकती है?

उत्तर: ब्राह्मी एक आदत डालने वाला तत्व नहीं है। इसमें शरीर को विवश करने की बुरी प्रवृत्ति नहीं होती है। इसे लगातार अधिकतम 3 महीनों तक इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

3) मूल ब्राह्मी का स्वाद कैसा होता है?

उत्तर: ब्राह्मी मूल रूप से स्वाद में फीकी होती है। इसे अन्य जड़ी-बूटियों के साथ मिक्स करने या इस्तेमाल करने से स्वाद में कोई बदलाव नहीं आता है।

4) क्या ब्राह्मी मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकती है?

उत्तर: ब्राह्मी सेहत के लिए अमृत का काम करती है। यह शरीर में चलने वाले प्राकृतिक चक्रों को प्रभावित नहीं करती है, मतलब यह मासिक धर्म चक्र को भी प्रभावित नहीं करती है। इस विषय में ज्यादा जानकारी के लिए अपने निजी मासिक धर्म चक्र से जुड़े चिकित्सक की मदद लें।

5) क्या ब्राह्मी भारत में लीगल है?

उत्तर: हाँ, ब्राह्मी की खेती और ब्राह्मी से बने सभी उत्पाद भारत में पूर्णतया लीगल है।

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