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व्हे प्रोटीन क्या है? फायदे, साइड एफ़ेक्ट, खुराक, कीमत | Whey Protein in Hindi


इस लेख में आपको Whey Protein के बारे में जानकारी हिन्दी में देंगे। जिसमें हम Whey Protein कैसे बनाता है, प्रकार, फायदे, उपयोग, साइड एफ़ेक्ट्स, सावधानी और कीमत के बारे में बताएँगे।

इस लेख के माध्यम से आपको Whey Protein कैसे लेना चाहिए, यह भी जानने को मिलेगा।

व्हे प्रोटीन क्या है? – Whey Protein in Hindi

दूध में दो तरीके के प्रोटीन पाए जाते हैं, पहला कैसिइन (Casein) और दूसरा व्हे (whey)। दूध में से इन दोनों प्रोटीन को अलग किया जाता है और व्हे प्रोटीन बनाया जाता है।

व्हे प्रोटीन को एक पूर्ण प्रोटीन (Complete Protein) माना जाता है, क्योंकि इसमें सभी 9 आवश्यक अमीनो एसिड मौजूद होते हैं।

व्हे प्रोटीन में बीटा-लैक्टोग्लोबुलिन (Beta Lactoglobin), अल्फा लैक्टाल्बुमिन (Alpha-lactalbumin), बोवाइन सीरम एल्ब्यूमिन (Bovine Serum Albumin) और इम्युनोग्लोबिन (Immunoglobulin) प्रमुख घटक होते है।

  • बीटा-लैक्टोग्लोबुलिन गाय और भैंस के दूध का प्रमुख व्हे प्रोटीन होता है, और कई अन्य स्तनधारी प्रजातियों में भी मौजूद होता है।
  • अल्फा लैक्टाल्बुमिन भी एक प्रोटीन है, जो लगभग सभी स्तनधारी प्रजातियों के दूध में लैक्टोज (लैक्टोज एक चीनी अणु है, जो दो अणु ग्लूकोज और गैलेक्टोज से मिलकर बना होता है।) के उत्पादन को नियंत्रित करता है।
  • बोवाइन सीरम एल्ब्यूमिन भी एक प्रोटीन है, जो गायों के दूध में पाया जाता है। यह अक्सर प्रयोगशाला में प्रयोग के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
  • इम्युनोग्लोबिन यह एक विशिष्ट प्रकार का प्रोटीन है। इसे एंटीबॉडी भी कहते है, जो बैक्टीरिया और वाइरस को खत्म करने में मदद करता है।

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व्हे प्रोटीन कैसे बनता है?

1 किलो व्हे प्रोटीन पाउडर के उत्पादन में औसतन 200 लिटर दूध का उपयोग किया जाता है।

Source: NPR.org
  • व्हे प्रोटीन का उत्पादन अधिकतर गाय के दूध से होता है। इसलिए यह काफी महत्व रखता है, कि मवेशी की प्रजाति और उसकी अवस्था कैसी है।
  • गाय के दूध में कुछ हानिकारक बैक्टीरिया पाए जाते हैं। जो मानव स्वास्थ्य के लिए बुरे हो सकते हैं। इसलिए इन्हें पाश्चराइजेशन (Pasteurization) से गुजरना पड़ता है। जिससे दूध में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म किया जाता हैं।
  • पाश्चराइजेशन के समय, दूध को (70-80° C) तक उबाला जाता है, और फिर तुरंत 4° C पर ठंडा किया जाता है। पाश्चराइजेशन की प्रक्रिया के बाद प्राप्त दूध में 20% व्हे और 80% कैसिइन होता है।
  • पाश्चुरीकृत (Pasteurized) दूध में से कैसिइन और व्हे को अलग करने के लिए इसमे एंजाइमों को मिलाया जाता है। जिससे हमे दही और तरल व्हे प्रोटीन प्राप्त होता हैं।
  • एंजाइम (Enzyme) भी एक तरह का प्रोटीन ही है। जो हमारे कोशिकाओं के अंदर पाया जाता है। एंजाइम हमारे शरीर मैं रासायनिक प्रतिक्रिया को तेज करने में मदद करता है।
  • एंजाइम के आवेदन पर दूध दो भागों में विभाजित हो जाता है, तरल और ठोस कण। ठोस कण को जमा करके पनीर के रूप में संसाधित किया जाता है। तरल भाग मे मट्ठा (Whey) होता है और साथ ही वसा और कार्ब्स भी मौजूद होते हैं। तरल व्हे को शुद्ध करने के लिए उसमें मौजूद वसा, कार्बोहाइड्रेट, पानी और खनिजों को निकाला जाता है। इसके लिए तरल व्हे को आगे भेज दिया जाता है।
  • यह एक काफी लंबी प्रक्रिया होती है, जिसमें कई यंत्र का इस्तेमाल होता है। तरल व्हे को एक प्रोटीन निर्माण संयंत्र में भेजा जाता है, जहां इसे तुरंत टर्बाइन के एक विशाल पात्र में डाला जाता है। जिसमें कई प्रकार के फिल्टर होते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से प्राकृतिक और ठंडे वातावरण मे की जाती है। इस प्रक्रिया मे तरल व्हे से अधिकांश वसा और लैक्टोज को हटा दिया जाता है।
  • अब बचे तरल व्हे प्रोटीन से गर्म और ठंडी हवा के प्रभाव से पानी को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। लेकिन सही मायने में इस प्रक्रिया में यह भी ध्यान रखा जाता है, कि व्हे प्रोटीन अपने पोषण मूल्य को न खो दे और प्रोटीन मात्रा में बदलाव ना आए।
  • व्हे प्रोटीन से पूरी तरह पानी हटाने के बाद आपको सूखा व्हे प्रोटीन प्राप्त होता है। जोकि पाउडर के रूप में पैक किया जाता है। इस तरीके से दूध से व्हे प्रोटीन का उत्पादन होता है।

प्रकार – Types of Whey Protien

व्हे प्रोटीन के प्रमुख तीन प्रकार होते हैं।

1. Whey Protein Concentrate (WPC)

Whey Protein Concentrate में 30 से 90 प्रतिशत तक प्रोटीन हो सकता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट और वसा की मात्रा बहुत कम होती है।

2. Whey Protein Isolate (WPI)

WPI में 90 प्रतिशत तक प्रोटीन होता है, इसमें फैट और लेकटॉस को पूरी तरह से हटा दिया जाता है।

3. Whey Protein Hydrolysate (WPIs)

यह सबसे महंगा व्हे प्रोटीन माना जाता है। इसमें 100 प्रतिशत प्रोटीन होता है, जो सबके लिए उचित नहीं है। इसे पचाने में कम समय लगता है, क्योंकि इसमें पहले से आंशिक हाइड्रोलिसिस हुआ होता है।

फायदे व उपयोग – Whey Protein Uses & Benefits in Hindi

निम्न फायदे व्हे प्रोटीन के नियमित सेवन के है।

  • व्हे प्रोटीन मांसपेशियों की वृद्धि में मदद करता है।
  • व्हे प्रोटीन ऊंचा रक्तचाप (High Blood Pressure) वाले लोगों में रक्तचाप को कम करने मे मदद करता है। यह लैक्टोकिनिन नामक जैवसक्रिय (बायोएक्टिव) पेप्टाइड के कारण होता है।
  • व्हे प्रोटीन रक्त शर्करा (Blood Sugar) के स्तर को कम करने में मदद करता है। और यह विशेष रूप से टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है।
  • व्हे प्रोटीन शरीर के निर्माण में मदद करता है। खासकर उन लोगों के लिए जो पूरी तरह से शाकाहारी है, और वह किसी भी तरह के मांसाहारी भोजन का सेवन नहीं करना चाहता है।
  • व्हे प्रोटीन के सेवन से अस्थमा मे सुधार हो सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड साइंस एंड न्यूट्रीशन में 11 बच्चों के एक छोटे से अध्ययन से यह पाया, कि 1 महीने तक रोजाना दो बार 10 ग्राम व्हे प्रोटीन का सेवन करने से अस्थमा से पीड़ित बच्चों में बेहतर सुधार हो सकता है।
  • व्हे प्रोटीन के सेवन से केलोस्ट्रोल की मात्रा कम की जा सकती है। द ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन ने 12 सप्ताह के लिए 70 से अधिक वजन वाले पुरुषों और महिलाओं को व्हे की खुराक दी। उन्होंने पाया, कि व्हे का सेवन करने वाले समूह में 12 हफ्ते में कुल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल में काफी कमी देखी गई।
  • HIV और कैंसर रोगियों को भी व्हे प्रोटीन दिया जाता है, जिससे उनकी सेहत में सुधार रहे।

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साइड एफ़ेक्ट – Whey Protein Side Effects in Hindi

निम्न साइड एफ़ेक्ट्स/नुकसान व्हे प्रोटीन से कुछ लोगो में देखने को मिल सकते है।

  • व्हे प्रोटीन के सेवन से उल्टी और सिरदर्द की संभावना हो सकती है। हालांकि मध्यम खुराक पर व्हे प्रोटीन कुछ हानी नहीं करता है।
  • जिन लोगों को धूप से एलर्जी होती है, विशेष रूप से उन्हें व्हे प्रोटीन से भी एलर्जी हो सकती है।
  • व्हे प्रोटीन का सेवन करने से कई बार हमें पेट में दर्द, भूख कम लगना, जी मचलना, सिर दर्द होना, थकान महसूस करना आदि यह सभी बीमारियां उत्पन्न हो सकती है।
  • कई लोगों को व्हे प्रोटीन से त्वचा रोग हो सकता है। जिसमें ब्लैकहेड्स या व्हाइटहेड्स, रेशेज, पिंपल, तैलीय त्वचा और संभावित दाग शामिल हो सकते हैं।

सावधानी – Whey Protein Precautions

व्हे प्रोटीन के सेवन से पहले निम्न सावधानिया जरूर ध्यान में रखें।

  • जिन्हें Lactose Intolerance (डेयरी उत्पाद में मौजूद लेकटॉस को पचाने की अक्षमता) है, उन्हें व्हे प्रोटीन की जगह प्लांट प्रोटीन लेना चाहिए।
  • अकसर साइड एफ़ेक्ट्स हल्की क्वालिटी के व्हे प्रोटीन के सेवन से होते है, इसलिए हमेशा अच्छी क्वालिटी और कंपनी का व्हे प्रोटीन ही खरीदे।
  • अगर पहली बार व्हे प्रोटीन का सेवन शुरू कर रहे है, तो हमेशा आधा स्कूप (10 से 20 ग्राम) व्हे प्रोटीन से ही शुरू करें। इससे साइड एफ़ेक्ट्स की संभावना कम रहती है।
  • एथलीट को 1.5 ग्राम अपने प्रति किलो वजन पर और सामान्य व्यक्ति को 0.8 ग्राम अपने प्रति किलो वजन पर से ज्यादा 1 दिन में नहीं लेना चाहिए।

कीमत – Whey Protein Price in Hindi

ऐसे देखा जाये, तो व्हे प्रोटीन सबसे सस्ते प्रोटीन स्रोत में से एक है। आज के समय में बहुत से व्हे प्रोटीन मार्केट में मौजूद है, जो देश-विदेश की कंपनियो द्वारा निर्मित है।

  • MuscleBlaze एक भारतीय कंपनी है, जो कम कीमत में क्वालिटी प्रोटीन पाउडर और अन्य सप्लिमेंट उपलब्ध करवाती है। इसके Raw Whey Protein Powder ऑनलाइन (अमेज़न, फ्लिपकार्ट पर) 1200 रुपये प्रति किलो की कीमत से उपलब्ध है।
  • इसके अतिरिक्त Asitis अमेरिका में निर्मित व्हे प्रोटीन 1200 से 1500 रुपये प्रतिकिलो तक की कीमत में ऑनलाइन बेचती है।

याद रखें, हमेशा व्हे प्रोटीन में प्रोटीन की उपयुक्त मात्रा देखकर ही खरीदे। Mass-Gainer या Beginner-Protein की ओर ना जाये। सस्ते प्रोटीन पाउडर के पीछे मिलावटी या हल्की क्वालिटी का व्हे प्रोटीन ना खरीदे।

Whey Protein FAQ

Whey Protein कैसे लें?

Whey Protein की खुराक और सेवन का तरीका बेहद आसान है। 1 स्कूप (औसतन 30 से 33 ग्राम) Whey Protein को 200ml पानी या दूध के साथ मिलाये व अच्छे से मिक्स करें और फिर उसे पी सकते है। याद रखें, शुरुवात में आधे स्कूप Whey Protein से भी शुरू कर सकते है और टोंड दूध (Toned Milk) का उपयोग कर सकते है।

वर्कआउट से पहले या वर्कआउट के बाद, कब व्हे प्रोटीन का सेवन करें?

एक शोध के मुताबिक, व्हे प्रोटीन का सेवन वर्कआउट से पहले या बाद में करते हैं, इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। बल्कि Whey Protein को अच्छे से डाइट में जरूरत अनुसार लाने की कोशिश करें।

1 दिन में कितने ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए

सही मायने में हमें अपने वजन, डाइट और लक्ष्य के अनुसार व्हे प्रोटीन की मात्रा को तय करना चाहिए। आमतौर पर पुरुषों में प्रतिदिन 60 ग्राम और महिलाओं में 47 ग्राम तक व्हे प्रोटीन सुरक्षित है।

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