Antipyretic Medicine क्या है?
एंटीपायरेटिक दवाएं एलोपैथिक चिकित्सा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली दवाओं का एक अभिन्न वर्ग है, इस वर्ग की सभी दवाओं को आम बोली में ज्वरनाशक, बुखार-नाशक, ज्वरहारी या संतापहर भी कहा जा सकता है।
ज्वरनाशक वर्ग की दवाओं की मुख्य क्षमता साइक्लोऑक्सीजिनेज एंजाइम (COX) को बाधित करना और प्रोस्टाग्लैंडीन (दर्द और सूजन का कारण) के संश्लेषण को रोकने पर केंद्रित होते है।
एंटीपायरेटिक दवाएं बुखार को कम करने या पूरी तरह शांत करने हेतु प्रयोग में ली जाती है। इन दवाओं का संलग्न इस्तेमाल अन्य उन रसायनिक पदार्थों के साथ किया जा सकता है, जो शरीर के लिए दर्दनिवारक (Painkiller) का काम करती हो।
प्रकार – Types of Antipyretic Medicine in Hindi
एंटीपायरेटिक दवाओं को तीन वर्ग में बांटा गया है।
1. Salicylates
Salicylates वह ज्वरनाशक है, जो एंजाइम साइक्लोऑक्सीजिनेज एंजाइम की सक्रियता को रोकने और हाइपोथैलेमस के भीतर PGE(2) के स्तर को कम करके बुखार तथा दर्द संकेतों के निपटारा करता है। इसके अंतर्गत आने वाली दवाएं शरीर के तापमान को कम करने का प्रयास करती है।
जैसे: Aspirin (Acetylsalicylic Acid), Choline Salicylate, Sodium Salicylate और Magnesium Salicylate
2. Acetaminophen (Paracetamol)
Acetaminophen से जुड़ी एंटीपायरेटिक दवाएं मस्तिष्क से उन संदेशवाहकों को मुक्त होने से रोकती है, जो दर्द और बुखार को प्रेरित करते है।
जिन दवाई का मुख्य घटक Paracetamol होता है, वो इस श्रेणी में आती है। जैसे Calpol, Crocin Advance, Dolo Tablet आदि।
3. Nonsteroidal Anti-inflammatory Drugs (NSAIDs)
NSAIDs से संबंधित एंटीपायरेटिक दवाएं सिर्फ प्रोस्टाग्लैंडीन के संश्लेषण को रोकने के बारें में सोचती है। प्रोस्टाग्लैंडीन ही वह रसायन है, जो दर्द, सूजन और बुखार के लक्षणों को जन्म देता है। ये दवाएं साइक्लोऑक्सीजिनेज एंजाइम (COX) के निर्माण को बाधित करके भी काम करती है क्योंकि यह एंजाइम प्रोस्टाग्लैंडीन के संश्लेषण को बढ़ाने में योगदान देता है।
जैसे: Ibuprofen, Naproxen और Ketoprofen।
फायदे – Antipyretic Medicine Benefits in Hindi
एंटीपायरेटिक दवाओं से होने वाले फायदें कुछ इस प्रकार है।
- ये दवाएं शीघ्र प्रभावी होती है।
- इसमें मौजूद कई दवाओं को खरीदने के लिए डॉक्टरी पर्चे की आवश्यकता नहीं होता है।
- ये दवाएं कीमत में सस्ती और आसानी से उपलब्ध हो जाती है।
- इस वर्ग की सभी दवाइयां लगभग समान तरीकें से बुखार के संकेतों को कम करने में मदद करती है।
- एंटीपायरेटिक दवाएं बुखार के अलावा संक्रमणों को फैलने से रोकने में भी कारगर हो सकती है।
- ये दवाएं दर्द, सूजन और हृदय संबंधी सम्भावनाओं को कम करने में फायदेमंद हो सकती है।
- Ankylosing Spondylitis, माइग्रेन और गठिया के प्रबंधन में सहायक दवा।
खुराक
एंटीपायरेटिक दवाओं की खुराक विभिन्न बीमारियों के लक्षणों के आधार अलग-अलग हो सकती है।
इसके हर रूप में उत्पाद मौजूद होते है, जैसे- टैबलेट, कैप्सूल, इंजेक्शन आदि। प्रत्येक उत्पाद की खुराक से जुड़ी हर छोटी या बड़ी जानकारी के लिए चिकित्सक की मदद लें।
बुखार या अन्य आम लक्षणों में इन दवाओं की खुराक दिन में एक या दो बार लेना सुरक्षित होता है। इन दवाओं की अति या दुरूपयोग न करें, इससे गंभीर दुष्प्रभाव स्पष्ट हो सकते है।
दुष्प्रभाव – Antipyretic Medicine Side Effects in Hindi
Antipyretic की गलत खुराक या शरीर की अलग प्रतिक्रिया से निम्न साइड इफेक्ट्स हो सकते है। अत्यंत साइड इफेक्ट्स की अवस्था में खुराक बंद करके डॉक्टर की सहायता लें।
- उल्टी
- पेट दर्द
- सीने में जलन
- खट्टी डकारें
- कम भूख लगना
- खुजली
- गहरे रंग का पेशाब
सावधानियां – Antipyretic Medicine Precautions in Hindi
Antipyretic दवाओं को निम्न अवस्था में सावधानी के साथ उपयोग करना चाहिए। हमेशा अपनी अवस्था बताकर ही डॉक्टर से निजी सलाह लें।
- गर्भावस्था
- अतिसंवेदनशीलता
- रक्तस्राव विकार
- उच्च रक्तचाप
- पेप्टिक अल्सर
- गुर्दे और यकृत से जुड़ी समस्याएं