Contraceptive Pills गर्भनिरोधक का कार्य करती है, इसलिए इन्हें गर्भनिरोधक गोलियां भी कहा जाता है। ये दवाइयां व्यक्तिगत निर्णय पर आधारित होती है। जो महिलाएं बच्चें को जन्म देने के लिए तैयार नहीं होती है या संदेह करती है, उन महिलाओं द्वारा इन गोलियों का इस्तेमाल किया जाता है। असुरक्षित यौन संबंध से अनचाहे गर्भ की संभावना रहती हैं, जिसके निपटारे हेतु ये गोलिया उपयोग होती है।
कुछ गर्भनिरोधक गोलियों का विशेष कोर्स होता है, बल्कि कुछ पिल्स जरूरत पड़ने पर उपयोग की जाती है। गर्भनिरोधक दवाइयों को ‘जन्म नियंत्रण’ दवाइयां भी कहा जाता है, जो जनसंख्या को नियंत्रित करने में सहायक है।
कुछ Contraceptive Pills संभोग से पहले ली जाती है और कुछ गर्भावस्था के प्रारंभिक समय में ली जाती है। इन दोनों स्थितियों में, ये दवाएं गर्भावस्था को रोकने का कार्य करती है।
गर्भाशय की सुरक्षा, अंड निषेचन प्रक्रिया और अन्य लाभों को भविष्य में बनायें रखने के लिए, गर्भनिरोधक दवाओं का उपयोग एक अच्छे डॉक्टर की रेखरेख में करना उचित है। क्योकि गर्भनिरोधक गोलियां के साइड एफ़ेक्ट्स भी बेहद जोखिम भरे होते है, इनसे बांझपन का खतरा भी होता है।
गर्भनिरोधक गोली के प्रकार – Contraceptive Pills Types in Hindi
गर्भनिरोधक गोलियां मुख्य रूप से 2 प्रकार की होती है।
- Combination Birth Control Pills: इस तरह की गर्भनिरोधक गोलियां में एस्ट्रोजन और प्रोगेस्टीन दोनों हार्मोन मौजूद होते है। इनकी तय दैनिक खुराक होती है, जब प्रेग्नेंसी की जरूरत हो, तब इनकी खुराक को बंद कर दे।
- The Minipill: मिनिपिल में सिर्फ प्रोगेस्टीन होता है, जिन महिलाओं को किसी कारणवश एस्ट्रोजन नहीं लेना होता है, उन्हें इसकी सलाह दी जाती है, जो 95% तक सफल रहती है।
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Contraceptive Pills कैसे काम करती है?
अलग-अलग प्रकार की गर्भनिरोधक दवाइयां बाजार में उपलब्ध है, जिनकी कार्यशैली अलग-अलग होती है।
पहली दवाइयां, शरीर के अंडाशय में हर महीने जारी होने वाले अंडों को जारी होने से रोकती है। अंड नहीं बनने के कारण गर्भावस्था पर रोक लगती है।
दूसरी दवाइयां, ग्रीवा बलगम को गाढ़ा बनाने का कार्य करती है। यह बलगम गर्भाशय के आसपास तरल रूप में मौजूद होता है, जो गर्भाशय में शुक्राणुओं की यात्रा को सफल बनाता है और जिससे अंड निषेचन प्रक्रिया पूरी होती है। यदि ये बलगम गाढ़ा हो जाएं, तो शुक्राणु गर्भाशय तक नहीं पहुँच पाएंगे और अंड निषेचित नहीं होंगे।
कुछ प्रोजेस्टिन वर्ग से जुड़ी गर्भनिरोधक गोलियां अलग तरीके से कार्य करती है। ये गर्भाशय के एंडोमेट्रियम नामक अस्तर (लाइनिंग) को पतला कर के कार्य करती हैं। इस अस्तर वाली जगह पर अंडा निषेचित होने के बाद इसका प्रत्यारोपण होता है। ये दवाइयां अस्तर को पतला इसलिए करती है, ताकि अंडे का प्रत्यारोपण कठिन हो जाएं और गर्भावस्था की संभावना खत्म हो जाएं।
इसके अलावा, कुछ गर्भनिरोधक दवाइयां सीधे अंड निषेचन प्रक्रिया को बाधित कर के भी कार्य करती है।
गर्भनिरोधक गोली के दुष्प्रभाव – Contraceptive Pills Side Effects in Hindi
निम्न साइड एफ़ेक्ट्स गर्भनिरोधक गोली के उपयोग से हो सकते है। आमतौर पर सबको एक जैसे साइड एफ़ेक्ट्स नहीं होते, बल्कि शरीर की अलग प्रतिक्रिया और अवस्था अनुसार निम्न साइड एफ़ेक्ट्स होने की संभावना है।
- कामेच्छा में कमी
- धुंधली दृष्टि
- जी मिचलाना
- गंभीर पेट दर्द
- पीरियड्स के बीच खून आना
- पैरों में सूजन या दर्द
- स्तन में सूजन
- भयानक सरदर्द
- संभावित वजन बढ़ना
- खून के थक्के
- मनोदशा में बदलाव
किसी भी प्रकार की गर्भनिरोधक गोली से अत्यंत दुष्प्रभाव होने पर डॉक्ट की सहायता जरूर लें।
गर्भनिरोधक गोलियों के नाम – Contraceptive Pills Names in Hindi
निम्न कुछ प्रचलित गर्भनिरोधक गोलियों के नाम है, जो शैड्यूल-एच वर्ग की है, जिनके उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
- Femilon Tablet
- Mala D Tablet
- Unwanted 72 Tablet
- T-Pill 21 Tablet
- I-Pill Tablet
- Pearl Oral Pills
गर्भनिरोधक गोली की खुराक – Contraceptive Pills Dosage in Hindi
- गर्भनिरोधक दवाओं की खुराक एक अच्छे विशेषज्ञ द्वारा शुरू की जानी चाहिए, क्योंकि जिस प्रकार की दवाईं आपके ऊपर काम कर सकें, इस बारे में सही जानकारी एक डॉक्टर ही दे सकता है।
- एक सामान्य आयु की महिला के लिए, गर्भनिरोधक गोलियों की खुराक सामान्य हो सकती है। बच्चों में इन दवाओं की खुराक पूर्णतया निषेध है।
- कुछ गर्भनिरोधक दवाओं के मासिक पैक उपलब्ध होते है, जिनमें 21 दिन, 24 दिन या 28 दिन के चक्र का पालन करना होता है। इस दौरान रोजाना एक निश्चित समय पर एक गोली का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
- डॉक्टर की आज्ञा के बाद ही इन दवाओं की खुराक में परिवर्तन किया जाना चाहिए। सुविधानुसार खुराक में बदलाव करने से बचें।
- टैबलेट या गोलियों को बिना तोड़े, कुचलें, चबायें या चूसें पानी के साथ एक बार में पूरी निगल लें।
- इन दवाओं की खुराक नियमित बनायें रखें।
- इन दवाओं की छूटी हुई खुराक को जल्द से जल्द लेने का प्रयास करें, एक साथ दो खुराक लेने से बचें।
- ओवरडोज़ होने पर तुरंत अपने चिकित्सक से बात करें।
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गर्भनिरोधक गोली से सावधानियां – Contraceptive Pills Precautions in Hindi
निम्न सावधानियों के बारे में गर्भनिरोधक गोली के सेवन से पहले जानना जरूरी है।
किसी अवस्था से प्रतिक्रिया
निम्न अवस्था व विकार में गर्भनिरोधक गोली से दुष्प्रभाव की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए जरूरत पर, डॉक्टर को अवस्था बताकर ही गर्भनिरोधक गोली की खुराक लें।
- गर्भावस्था
- स्तनपान कराने वाली महिलाए
- हृदय दुर्बलता
- एलर्जी
- पोर्फिरीया
- स्तन कैंसर
- असामान्य ब्लीडिंग
- रक्त के थक्के जमना
भोजन के साथ प्रतिक्रिया
गर्भनिरोधक गोली के साथ भोजन की प्रतिक्रिया की जानकारी अज्ञात है।
अन्य दवाई के साथ प्रतिक्रिया
निम्न दवाओं व घटको का सेवन गर्भनिरोधक गोली के साथ ना करें। क्योंकि ये और गर्भनिरोधक गोली साथ में प्रतिक्रिया जल्दी करते है।
- Antifungal Medicine
- Antibiotics
- Anti-HIV Drugs
- Modafinil
- Anti-Seizure Drugs
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Contraceptive Pills FAQ in Hindi
1) क्या Contraceptive Pills अधिक उम्र की महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं?
उत्तर: 35-40 वर्ष से अधिक महिलाओं में गर्भनिरोधक गोलियों की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि इस उम्र में जटिलताएं और दुष्प्रभाव होने की अधिक संभावना होती है।
2) क्या Contraceptive Pills यौन संचारित रोगों (STD) से सुरक्षा प्रदान करने में सहायक हैं?
उत्तर: नहीं, गर्भनिरोधक गोलियां यौन संचारित रोगों से सुरक्षा प्रदान नहीं करती है। हाँ, पर कंडोम के इस्तेमाल द्वारा इन रोगों से बचा जा सकता है।
3) क्या Contraceptive Pills पुरुषों के लिए उपयोगी है?
उत्तर: नहीं, ये दवाएं पुरुषों के किसी काम की नहीं हैं। ये विशेषकर महिलाओं के हित के लिए होती है, जो अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकती है।
4) क्या Contraceptive Pills गर्भवती महिलाएं ले सकती है?
उत्तर: स्वेछा से गर्भवती बनने वाली महिलाओं में इन दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये गर्भपात का कारण बन सकती है। यदि कोई महिला गर्भावस्था से छुटकारा पाना चाहती है, तो ऐसी महिलाओं के लिए ये दवाएं उत्तम है।
5) क्या Contraceptive Pills स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित है?
उत्तर: डिलीवरी के 6 महीनों बाद तक गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन की मना ही होती है। इसका कारण यह है, कि ये दवाएं स्तनपान के दौरान एस्ट्रोजन को प्रभावित कर सकती है, जिससे दूध के उत्पादन में कमी आ सकती है। इस विषय में ज्यादा जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
6) क्या Contraceptive Pills मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकती है?
उत्तर: कुछ गर्भनिरोधक गोलियां मासिक धर्म सप्ताह से शुरू की जाती है। हालांकि ये दवाएं मासिक धर्म चक्र की गतिविधियों को प्रभावित नहीं करती है। सटीक इलाज के लिए अपने निजी मासिक धर्म चक्र से जुड़े डॉक्टर से बातचीत करें।
7) क्या Contraceptive Pills को भूखे पेट लिया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, इन दवाओं को भूखे पेट या भोजन के बाद कभी भी लिया जा सकता है। लेकिन इसे रोजाना एक निश्चित समय पर लेना ज्यादा फायदेमंद होता है।
8) क्या Contraceptive Pills द्वारा शारीरिक वजन बढ़ सकता है?
उत्तर: हाँ, इन दवाओं के दुष्प्रभाव से महिलाओं के नितम्ब या स्तन बढ़ सकते है, जिससे महिलाओं के वजन में वृद्धि हो सकती है।
9) क्या Contraceptive Pills हार्मोन असंतुलन का कारण बन सकती है?
उत्तर: इन दवाओं का गलत या ज्यादा इस्तेमाल करने से कभी-कभी महिलाओं में हार्मोन असंतुलन देखने को मिल सकता है। जिससे अन्य लक्षण सामने आते है, जैसे मुँह पर मुँहासे, थकान, पेटदर्द आदि। इन दवाओं का पूरा लाभ उठाने के लिए चिकित्सक की सलाह महत्वपूर्ण होती है।
10) क्या Contraceptive Pills नशे की लत है?
उत्तर: नहीं, ये दवाएं नशे की लत नहीं है। जरूरत पड़ने पर इन्हें कभी-भी बंद किया जा सकता है।
11) क्या Contraceptive Pills भारत में लीगल है?
उत्तर: हाँ, ये दवाएं भारत में पूर्णतया लीगल है।
References
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