इलायची

इलायची के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी | Elaichi in Hindi


इलायची क्या है?

आयुर्वेद चिकित्सा में, इलायची का सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है, क्योंकि मसाले के अलावा, इलायची में कई सारे औषधीय गुण पायें जाने के कारण इसे एक जड़ी-बूटी माना जाता है।

इलायची को “मसालों की रानी” कहा जाता है, जो सभी मसालों में सबसे महंगा होता है।

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इलायची का वैज्ञानिक नाम Elettaria Cardamomum है, जो खासकर भारतीय उपमहाद्वीप में उगती है। इलायची कोई जंगली पौधा नहीं है, बल्कि भारत के तटीय राज्यों में इसकी खेती की जाती है।

इलायची के दो प्रकार होते है- एक छोटी इलायची, जो हर रंग की होती है और दूसरी बड़ी इलायची, जो काले रंग की होतो है।

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छोटी इलायची का प्रयोग माउथ फ्रेशनर, मिठाई और व्यंजनों में बतौर खुशबूदार एजेंट के रूप में किया जाता है। वही बड़ी इलायची को घरेलू मसालों के लिए चुना जाता है। इन दोनों इलायची के आकार, रंग और स्वाद में अंतर होता है।

इलायची में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज पाई जाई है। इसके अलावा, इलायची में कैल्शियम, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयरन, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भी पायें जाते है, जो हमारी ओवरऑल हेल्थ में सुधार करते है।

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फायदे

इलायची के उपयोग व फायदे – Elaichi Benefits & Uses in Hindi

इलायची के सेवन से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार है-

  • इलायची खाँसी और सर्दी के उपचार में मददगार हो सकती है क्योंकि यह कफ दोष को संतुलित कर बलगम को ढीला करती है और बाहर निकालती है।
  • इलायची पेट में गैस्ट्रिक रस का स्त्राव बढ़ाकर पाचन पूरा करती है और भूख में सुधार करती है।
  • इलायची पेट की अग्नि बढ़ाकर वात और पित्त दोष को संतुलित करती है, जिससे गैस और पेट फूलने की समस्या दूर होती है।
  • आंतों की ऐंठन को कम कर, इलायची पेट को शांत रखती है और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के लक्षणों (ग्रहणी) को कम करती है।
  • इलायची में कामोत्तेजक गुण पायें जाते है, जिस कारण यह पुरूष व महिला दोनों में संभोग की इच्छा बढ़ाती है और नपुंसकता दूर करती है।
  • इलायची की सुगंध से ही हमारा मुड़ फ्रेश हो जाता है। इसलिए इलायची को चाय में डालकर सेवन करने से हमारा स्ट्रेस कम होता है और हम तरोताजा महसूस करते है।
  • इलायची में हृदय गति को नियंत्रण में रखने वाले गुण होते है, जिससे ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहता है और हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है। (और पढ़िये: Heart Facts in Hindi)
  • इलायची में डाइयूरेटिक गुण शामिल होते है, जिस कारण यह मूत्र संस्थान से जुड़ी परेशानियों में उपयोगी साबित होती है।

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दुष्प्रभाव

इलायची के दुष्प्रभाव– Elaichi Side Effects in Hindi

इलायची से जुड़े फायदे पाने के लिए, इसे सीमित मात्रा में ही सेवन करें, हालांकि हेल्थी कंडीशन में यह हमारे पूरी तरह सुरक्षित मानी जाती है।

इलायची की तासीर गर्म होती है, इसलिए यह सामान्य अवस्था की बजाय बिगड़े हालातों में नुकसानदेह साबित हो सकती है, जिसकी कोई निश्चित जानकारी मौजूद नहीं है।

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खुराक

इलायची की खुराक– Elaichi Dosage in Hindi

आमतौर पर, इलायची की ज्यादा सुझाव की जाने वाली खुराक कुछ इस प्रकार है-

इलायची पाउडर की 250 mg मात्रा दिन में दो बार, शहद या दूध के साथ, भोजन के बाद लें।

इलायची कैप्सूल, दिन में दो बार एक कैप्सूल लें। इसे भोजन के बाद, पानी के साथ निगलें।

इलायची टैबलेट, दिन में दो बार एक टैबलेट लें। इसे खाना खाने के बाद, पानी के साथ लें।

चाय बनाते समय इसमें 1-2 पिसी हुई इलायची या आधा चम्मच इलायची पाउडर डालें, फिर उबालकर इसका सेवन करें।

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सावधानी

इलायची को कुछ मामलों में सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें, जैसे

  • वैसे तो गर्भावस्था के लिए इलायची की सीमित खुराक सुरक्षित होती है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान ज्यादा इलायची का सेवन करना गर्भपात के कारण बन सकता है। (और पढ़िये: Pregnancy Me Kya Karna Chahiye)
  • स्तनपान के दौरान इलायची के प्रभाव की पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए कुछ दुष्प्रभाव होता है, तो अपने डॉक्टर से बातचीत करें।
  • पित्ताशय की पथरी के मामलों में, इलायची का अधिक सेवन न करें क्योंकि ऐसा करने से पथरी का दर्द बढ़ सकता है।
  • हेपेटोप्रोटेटिव दवाओं के साथ इलायची को नजरअंदाज करना उचित है क्योंकि यह लीवर के काम के बाधा डाल सकती है।
  • अगर आपको ब्लड थिंगिंग की समस्या है, तो इलायची का सेवन हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह से करें क्योंकि इलायची खून को पतला करती है।

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