इस लेख में हम रागी (Ragi / Finger Millet) की बात करने वाले है। रागी स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन फिर भी यह अन्य अनाज की तरह हर कोई इसका सेवन नही करता है।
आपको रागी के Nutrition वैल्यू, उपयोग (Uses Recipies), फायदे (Benefits) और नुक्सान (Side Effects) इस लेख में जानने को मिलेंगे।
रागी क्या है? (Finger Millet in Hindi)
Finger Millets जिसे हम रागी, नचनी, मंगल या मंदुआ नाम से भी जानते है, एक तरह का मोटा अनाज होता है।
रागी पहले अफ्रीकी देशो में उगाई जाती थी और 4000 साल पहले भारत में भी इसका चलन शुरू हुआ, खाशकर दक्षिणी भारत में। आज के समय में विश्व की 58% रागी सिर्फ भारत उत्पाद करता है.
रागी में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। इसके बहुत से फायदे है। और इसका इस्तेमाल वजन कम करने और डाइबिटीज रोगी भी करते है।
रागी Nutritional Value
रागी में बहुत से जरूरी न्यूट्रिशन है। जो इसे एन्टी-डाईबेटिक, एन्टी-ऑक्सीडेंट और एन्टी-माइक्रोबियल बनाती है।
100 ग्राम रागी में निम्न तत्व होते है।
- प्रोटीन: 11 g
- फैट: 0.4 g
- कार्बोहायड्रेट: 72.9 g
- कैल्शियम: 8 mg
- आयरन: 3.9 mg
- मैग्नीशियम: 114 mg
- पोटैशियम: 195 mg
- विटामिन B6: 0.38 mg
- विटामिन k: 0.9 mg
- फाइबर: 8.5 mg
रागी में आपको अधिकतर जरूरी तत्व मिल जाते है।
रागी के उपयोग (Uses Recipes in Hindi)
रागी का इस्तेमाल आप अपने तरीके से कर सकते है।
- सबसे पहले रागी का आटा बना सकते है। और इस रागी आटे का उपयोग कर बहुत सी डिश बना सकते है।
- रागी का इस्तेमाल कर आप सुबह का नाश्ता तैयार कर सकते है। जैसे इडली, डोसा, उपमा इत्यादि। रागी का इस्तेमाल आप जवार, बाजरा और चावल के साथ कर सकते है।
- रागी में प्रोटीन और फाइबर मौजद होता है। इसलिए इसका उपयोग बच्चो के लिये स्नैक बनाने के लिए कर सकते है।
- रागी का इस्तेमाल मिठाई बनाने के लिए भी कर सकते है, जैसे रागी लड्डू, रागी शिरा और रागी बर्फी।
- गेहू की जगह रागी का इस्तेमाल भी रोटी और पराठे बनाने में कर सकते है।
रागी पर और भी टेस्टी रेसिपी इन्टरनेट पर मौजूद है.
रागी के फायदे (Ragi Benefits in Hindi)
प्रोटीन मात्रा
रागी एक बेहतरीन प्रोटीन स्रोत है। रागी की कुछ प्रकार मे चावल से भी ज्यादा प्रोटीन होता है।
इसमे tryptophan, cystine, methionine, eleusinin और भी एमिनो एसिड होते है।
मिनरल
रागी न्यूट्रिशन वैल्यू में आपने देखा होगा, कि रागी में बहुत से मिनरल मौजूद है। अन्य किसी अनाज की तुलना में रागी में 5 से 30 गुना जुड़ा कैल्शियम होता है।
इसके साथ-साथ रागी में फॉस्फोरस, पोटैशियम और आयरन भी है।
कोलेस्ट्रॉल कम करता है
रागी कोलेस्ट्रॉल कम करने में असरदार है और दिल से जुड़ी बीमारिया भी कम करता है।
रागी के सेवम करने पर यह serum triglycerides को कम करता है। इसके साथ-साथ यह lipid oxidation और LDL cholesterol oxidation को रोकता है। LDL को ही “Bad-Cholestrol” कहते है।
डाइबिटीज
रागी blood glucose levels और hyperglycemic को कम करता है। इसके साथ डाइबिटीज रोगी के घावों को जल्दी भरने में मदद करता है।
रागी के बीज कोट में भरपूर मात्रा में Polyphenols पाया जाता है। जो बहुत सी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
रागी के एन्टी-मिक्रोबैक्टेरिअल गुण
रागी में एन्टी-मिक्रोबैक्टेरिअल गुण है। जो की Food Poisioning बैक्टीरिया के खिलाफ काम करता है।
Staphylococcus aureus और Salmonella sp बैक्टीरिया का भी समाधान करता है, जो क्रमश स्किन इंजेक्शन और बुखार का कारण है।
एन्टी-कैंसर / एन्टी-ऑक्सीडेंट गुण
रागी बीज कोट में phenolic acids, flavonoids और tannins होते है। जो इसे एन्टी-ऑक्सीडेंट बनाते है।
एन्टी-ऑक्सीडेंट शरीर में ज्यादा ऑक्सीडेशन को रोकता है। जो कैंसर की संभावना कम करता है। इसके साथ जल्दी बुढ़ापे को रोकता है।
रागी वजन कम करने के लिए (Weight Loss)
रागी की प्रोटीन और फाइबर की मात्रा वजन कम (Weight loss) करने में मदद करता है।
फाइबर और प्रोटीन लंबे समय तक भूख नही लगने देता है। जिससे शरीर कम कैलोरी लेता है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
रागी के नुक्सान (Ragi Side Effect in Hindi)
रागी के इतने कोई नुक्सान या Side Effect नही है। लेकिन लगातार जरूरत से ज्यादा भी इसका सेवन नही करना चाहिए।
रागी ऑक्जेलिक एसिड (Oxalic Acid)
रागी में बहुत ज्यादा कैल्शियम मौजूद होता है। कैल्शियम का सेवन जरूरत से ज्यादा करने पर ऑक्जेलिक एसिड शरीर में बढ़ता है। जिससे किडनी में पथरी होने की संभावना रहती है।
Goitre का खतरा
रागी में Goitrogen होता है, जो थाइरोइड हार्मोन से साथ प्रतिकिर्या करता है। जिससे शरीर में आयोडीन की कमी आती है। और आयोडीन की कमी से Goitre बीमारी होती है।
निष्कर्ष
हमे उम्मीद है, कि रागी (Finger Millet) से जुडी यह पोस्ट पसंद आई होगी. आपको Ragi के सभी फायदे (Benefits), नुक्सान (Side Effect) व उपयोग (Uses) पता चल गये होगे.
अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है, तो निचे कमेंट में जरुर दे.