स्वास्थ्य बीमा के फायदे और नुकसान: इस लेख में हम Health Insurance के फायदे और नुकसान देखने वाले है। Health Insurance को लेकर बहुत से लोग गुमराह है, खासकर भारतीय जो Health Insurance को इतना महत्व नहीं देते है, लेकिन जब कोई आपदा आती है, तो यही सोचते है, कि काश बीमा करा लिया होता।
ऐसे तो Health Insurance के फायदे व नुकसान प्लान पर निर्भर करते है, इसलिए जरूरत अनुसार फायदे-नुकसान समझकर सही Health Insurance खरीद सकते है।
इस लेख में हम आपको Health Insurance के सामान्य मिलने वाले फायदे और मुमकिन नुकसान को बतायेंगे।
Health Insurance के फायदे
सबसे पहले हम Health Insurance के फायदे समझते है।
1. आपात स्थिति मे मदद
बीमा का सबसे बड़ा लाभ यह है, कि आपात स्थिति में यह आपकी करी हुई बचत को बचाने में मदद करता है।
अगर बीमा धारक के साथ कोई दुर्घटना हो जाती है। तो ईलाज के लिए पैसों का तनाव नही रहता है और उस अवस्था में सारा खर्चा बीमा कंपनी उठाती है, पर मिलने वाला ख़र्चा (Coverage) किस तरह का बीमा है, इसपर निर्भर करता है।
2. उपचार का खर्च
बढ़ती महंगाई और अनियमित वातावरण में सबसे महत्वपूर्ण आपका स्वास्थ्य ही है। लेकिन अचानक होने वाली बीमारियों के उपचार के लिए भी आपके पास कुछ बचत राशि होना जरूरी है। इसीलिए Health Insurance की महत्त्वता बढ़ जाती है, यह आपके और आपके परिवार में अचानक होने वाली बीमारियों के उपचार में खर्चो का भुगतान करता है।
कई जानलेवा बीमारी जैसे कैंसर जिनका खर्च लाखों में जाता है, उनमें Health Insurance बड़ा लाभ देता है।
3. मुफ्त चेक-अप सुविधा
बहुत सारी बीमा कंपनिया Health Insurance के प्लान के साथ बीमा धारक को निशुल्क हेल्थ चेक-अप सुविधा भी देती है।
जिससे बीमा धारक वर्ष में एकबार मुफ्त में अपना बॉडी चेकअप करवा सकता है। इससे कई बीमारी के बारे में पहले ही पता चल जाता है और भविष्य में होने वाली आपदा से बच सकते है।
4. कैशलेस खर्च भुगतान
आजकल बहुत सारी बीमा कंपनियां कैशलेस पैमेंट की सुविधा भी देती है, मतलब कंपनी आपके सारे खर्चो का डायरेक्ट हॉस्पिटल को ही भुगतान कर देती है। जिससे आपको हॉस्पिटल में बिल और उसका भुगतना पहले करने की परेशानी नहीं होती है।
आपको अपने परिवार का एक ऐसा Health Insurance जरूर करवाना चाहिए। क्योकिं इससे समस्या होने पर आपको पैसो का इंतज़ाम करने के लिए कई भागना नहीं होगा।
5. टैक्स बचत
Health Insurance का एक फायदा यह भी है, कि Health Insurance के प्रीमियम पर आपको कोई टैक्स का भुगतान नहीं करना होता है। मतलब आपकी ईनकम में से प्रीमियम की राशि पर कोई टैक्स नही लगता है।
जब आपका बीमा प्रीमियम काटता है, तो वो आपके व्यावसायिक खर्चे में गिना जाता है और उस राशि को टैक्स से बाहर रखा जाता है।
Health Insurance के नुकसान
अब हम Health Insurance के कुछ नुकसान देखेंगे और सकझते है, कि लोग क्यों स्वास्थ्य बीमा कराना पसंद नहीं करते।
1. उम्र के साथ बढ़ता प्रीमियम
Health Insurance Plan की प्रीमियम और उम्र का सीधा (आनुपातिक) रिश्ता होता है। जैसे-जैसे बीमा-धारक की उम्र बढ़ती है, प्रीमियम राशि भी बढ़ती जाती है।
ऐसा इसलिये है, क्योकिं 25 साल की उम्र की तुलना में 50 साल के होने पर बीमारी होने की संभावना ज्यादा होती है, इसी कारण से कंपनी धारक की बढ़ती उम्र के साथ प्रीमियम राशि भी बढ़ा देती है।
इसके अतिरिक्त कई कंपनियां 60 की उम्र के बाद Health Insurance नहीं देती है और कुछ देती भी है, तो उनका प्रीमियम बहुत ज्यादा रहता है।
इसलिये आमतौर पर 45 की उम्र से पहले ही Health Insurance करवाने की सलाह दी जाती है, जिससे बुढ़ापे में बीमा करवाने में समस्या ना हो और थोड़ी प्रीमियम राशि में भी राहत रहती है।
2. वेटिंग पीरियड व एक्सक्लूसन
Health Insurance करने से पहले Waiting Period और Exclusion को समझना बेहद जरूरी है।
Waitiing Period में बीमा कंपनी पहले से मौजूद बीमारी (जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, थाइरोइड) पर 2 से 4 साल तक कोई भी खर्च/मदद नहीं देती है।
यानी बीमा के पैसे भरने के बाद भी आपको कोई फायदा पहले से मौजूद बीमारी पर नहीं मिलेगा। जब Waiting Period पूरा होगा, उसके बाद ही आपको फायदा मिलेगा।
Exclusion के तहत बीमा प्लान अनुसार कुछ बीमारी और स्वास्थ्य खर्च पर आपको बीमा का कोई फायदा नहीं मिलता है। इसमें पहले से मौजूद बीमारी, कोई कॉस्टमेटिक ट्रीटमेंट, दांतों का ट्रीटमेंट, गर्भावस्था, आत्महत्या की कोशिश में कोई चोट, अन्य थेरेपी जैसे Acupressure, Narcotherapy आदि में बीमा कंपनी कोई खर्चा नहीं देती है।
Waiting Period और Exclusion बीमा प्लान अनुसार बदलता रहता है, इसलिए प्लान चुनते समय इन्हें ध्यान में रखें और फिर जरूरत अनुसार फैसला लें।
3. सह-वेतन नियम (Co-Pay Clause)
कुछ बीमा कंपनी लोगों को लुभाने के लिए कम राशि के प्रीमियम दिखाती है, जिसमें वे Co-Pay Clause का उपयोग करती है।
इसके अंतर्गत जब आपका स्वास्थ्य बीमा क्लैम होगा, तब कंपनी कुछ प्रतिशत खर्च आपको देने को बोलेगी और बचा हुआ खर्च खुद देगी।
अगर कंपनी का 25-75% Co-Pay Clause है, तो बीमा क्लैम होने पर हॉस्पिटल का 25% खर्च आपको देना होगा और बचा 75% बीमा कंपनी देती है। ऐसा बीमा कंपनी फर्जी बीमा-क्लैम से बचने और 60 वर्ष की उम्र से ज्यादा के बीमा धारक के लिए करती है।
यह भी बीमा प्लान के अंतर्गत बदलता रहता है।
निष्कर्ष
उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट “स्वास्थ्य बीमा के फायदे और नुकसान” आपके लिए मददगार होगी और आपको Health Insurance के फायदे व नुकसान समझ आ गए होंगे।
अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है, तो हमें कमेंट में जरूर बताए।