safed baal ke karan

14 कम उम्र मे सफ़ेद बाल आने के कारण


White Hair in Hindi: इस लेख मे कम उम्र यानि समय से पहले सफ़ेद बाल आने के कारण की बात करेंगे। 40 या 50 की उम्र के बाद सफ़ेद बाल आना जायज है, लेकिन आज के समय मे 18 साल या उससे कम उम्र के कई युवा सफ़ेद बाल के शिकार हो जाते है।

कई लोगो मे चुन्नीदा बाल ही सफ़ेद होते है, लेकिन कई मामलो मे सफ़ेद बाल की बढ़ोतरी एक दम से होती है। इसका कारण विटामिन जैसे जरूरी तत्वो की कमी या शरीर मे हार्मोन का बदलाव भी हो सकता है।

इस लेख मे आपको 14 सबसे प्रमुख कारण बताएँगे, जिनके चलते कम उम्र मे सफ़ेद बाल आ सकते है। लेकिन उससे पहले, नैचुरल सफ़ेद बाल आने की क्रिया क्या है? यानि बुढ़ापे मे सफ़ेद बाल कैसे आते है?

बुढ़ापे में बाल सफेद होने का कारण

इंसान की उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनमे हैयर फॉलिकल के पिग्मेंट (मेलेनिन) के उत्पादन में कमी होने लगती है। ये सामान्य क्रिया है, जो आमतौर पर अधिकतर लोगो के साथ होती है।

कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण।

कम उम्र में बाल सफ़ेद होने के कुछ कारणों को हमने नीचे सँक्षेप में समझाये है।

1) पीढ़ी दर पीढ़ी

अगर आपके परिवार का इतिहास बालो से जुड़ी समस्या या बाल जल्दी सफेद होने का है। तो आपके बाल जल्दी होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।

अधिकतर कम उम्र के युवा के पिता या दादा के जल्दी सफ़ेद बाल होने के कारण उनके भी जल्दी सफ़ेद बाल आते है, क्यूकी ये लक्षण उनके जिन (Gene) मे आ जाते है। जिसके पीढ़ी दर पीढ़ी चलने की समस्या रहती है।

2) शरीर में मेलानिन की कमी होना

मेलानिन पिग्मेंट बालो के काले या अन्य रंगो के लिए उत्तरदाई होता है। मेलानिन की कमी से बाल सफेद होते है, ऐसा अक्सर बुढ़ापे मे होता है, लेकिन कुछ करको से यह विकार बहुत कम उम्र मे हो जाता है।

3) विटामिन B12 की कमी होना

बालों के विकास के लिए विटामिन B-12 काफी अहम भूमिका निभाता है। विटामिन B-12 कोशिकाओं के बिभाजन में, RBC के बनने में और शरीर के रसायनिक क्रियाओं में बेहद ज़रूरी है।

विटामिन B12 मुख्यतः मांसाहारी भोजन, दूध और उसकी बनी चीजो, पालक इत्यादि में पाया जाता है। अगर विटामिन B12 की कमी को पहले ही जान ले, तो सफ़ेद बालो की समस्या से बचा जा सकता है।

4) आयरन और जिंक तत्व की शरीर में कमी होना

आयरन और जिंक तत्व बाल की मजबूती के लिए ज़िमम्मेदार होते है। बालों के ऊतकों के विकास और मरम्मत में जिंक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सुचारू रूप से काम करने वाले Follicles के आसपास तेल ग्रंथियों को रखने में भी मदद करता है।

बालों का झड़ना जिंक की कमी का एक सामान्य लक्षण है। आयरन RBC के बनने और रासायनिक क्रियो के लिए बहुत महत्त्पूर्ण है।

5) बहुत ज्यादा तनावपूर्ण जीवन

आजकल की भाग-दौड़ वाली जिंदगी से हर दूसरा व्यक्ति मानसिक तनाव से जूझता है।

मानसिक तनाव बालों के रंग को पुनर्जीवित करने के लिए जिम्मेदार स्टेम कोशिकाओं को प्रभावित करता है, जिससे समय से पहले सफेद बाल आ जाते है।

6) बालो के रंगों के साथ परीक्षण करना

लोग बहुत ज्यादा बालो के साथ परीक्षण करते है, तांकि वे नया ट्रेंड समाज में स्थापित कर सके। कुछ सालो से सेलेब्रिटी की तरह आम लोग भी केमिकल से बालो मे रंग करते है।

लेकिन हद से ज्यादा परीक्षण बालों के गुणवक्ता पर असर डालता है और सफ़ेद बाल इन केमिकल का बड़ा दुष्प्रभाव है।

7) शरीर में Thyroxine हॉर्मोन का असंतुलन

Hypothyroidism (स्थिति जिसमे Thyroxine का स्तर काफी कम हो जाता है) और Hyperthyroidism (स्थिति जिसमे Thyroxine का स्तर सामान्य से बढ़ जाता है) बाल के सफेद और टूटने के लिए जिम्मेदार है।

शरीर में सामान्य Thyroxine का स्तर रहने से बाल संबंधित समस्याये नही होती। लेकिन इसके कम-ज्यादा होने से अत्यंत समस्या उत्पन्न होती है।

8) पोष्टिक आहार न करना

दिनचर्या में हरी-सब्ज़ियों, प्रोटीन, विटामिन युक्त भोजन पर्याप्त मात्रा में न करना व जंक फूड का अधिक सेवन करना, बाल सफेद होने का भी कारण बन सकता है।

9) कम उम्र से ही धुम्रपान की लत पड़ना

धुम्रपान करने से नसो पर गलत प्रभाव पड़ता है। जिससे हेयर फॉलिकल तक सही से रक्त नहीं पहुचता है, परिणाम स्वरूप बाल कमजोर व सफ़ेद होते है।

10) प्रदूषित वातावरण  

वातावरण मे मौजूद प्रदूषित कण खोपड़ी/स्काल्प (Scalp) पर सीधा प्रभाव डालते है। जिससे वहाँ की कोशिका मे चार प्रोटीन, जो बालो के विकास के लिए जरूरी है, उनके स्तर मे कमी आती है।

11) केमिकल का बहुत अधिक उपयोग करना

बहुत ज्यादा कृत्रिम रसायनों का सेवन या उपयोग करना, शरीर को कई तरीके से नुकसान पहुँचा सकता है। बाल सफेद होना उनमे से एक है।

आज के समय मे लोग तरह तरह के शेंपू, कंडीशनर, हैयर ड्रायर, सीरम, हैयर जेल, हैयर वेक्स, हैयर स्प्रे आदि का इस्तेमाल करते है। ये प्रॉडक्ट थोड़े समय के लिए ठीक है, लेकिन अत्यंत उपयोग से हैयर-डैमेज करते ही है।

12) लंबे समय से कोई बीमारी

सायनस, मलेरिया, अमोनिया से ग्रषित होने के बाद भी बाल सफेद हो सकते है और बहुत अधिक झड़ सकते है। अगर ऐसी कोई समस्या आये, तो डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करे।

13) हार्मोन मे परिवर्तन

सर्जरी, बढ़ती उम्र या खानपान में अनियमिता आने से भी हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है। ये बाल के ऊतको के विकास में बाधा और मेलेनिन के स्तर को प्रभावित कर सकते है। जिससे बाल सफेद हो सकता है।

14) किसी दवाई के दुष्प्रभाव

किसी दवाई को लंबे समय से लेने से उसके दुष्प्रभाव के कारण सफ़ेद बाल कुछ लोगो के आ जाते है। ऐसा Lithium व Methotrexate युक्त दवा से ज्यादा होता है।

निष्कर्ष

हमे उम्मीद है, कि यह लेख आपके लिए मददगार होगा और आपको कम उम्र मे सफ़ेद बाल आने के कारण के बारे मे जानकारी मिल गयी होगी। सवाल या सुझाव होने पर हमे कमेंट मे जरूर बताए।