उत्पाद प्रकार

Ayurvedic

संयोजन

शतावरी + मुलेठी + सफेद जीरा + छोटी इलायची + विदारीकंद + गंभारी + दारुहरिद्रा

डॉक्टर की पर्ची

जरुरी नहीं

निर्माता

Medi Surge Impex

Bt-36 Capsule

BT-36 Capsule के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी


परिचय

बीटी-36 कैप्सूल क्या है? – What is BT-36 Capsule in Hindi

बीटी-36 कैप्सूल स्तनों के आकार से परेशान स्त्रियों को इस चिंता को मुक्त करने के लिए Medi Surge Impex द्वारा निर्मित की गई एक फायदेमंद आयुर्वेदिक उपचार है।

इसे कुछ जगह पर Big Tits की भी संज्ञा दी जाती है, यानि बड़े स्तन।

इसके निर्माता अनुसार, यह दवा वक्षस्थल के समग्र विकास और वृद्धि को बढ़ावा देती है, जिससे स्तनों में स्वाभाविक उफान और कसाव आता है। लेकिन इसपर कोई ठोस रिसर्च मौजूद नहीं है।

बीटी-36 कैप्सूल को विशेषकर महिलाओं में ही चुना जाता है।

बीटी-36 कैप्सूल स्त्रियों के स्तनों से जुड़ी हर समस्या जैसे ढीलापन, खराब शेप, छोटा आकार, लटकना आदि सभी का उचित इलाज कर सकती है, जिससे युवावस्था में नई सोच और आवश्यक आत्मविश्वास का सपना पूरा हो सकता है।

बीटी-36 कैप्सूल को हर महिला और 18 वर्ष तक की हर लड़की द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि OTC वर्ग से होने के कारण इसे बिना डॉक्टरी पर्चे के आसानी से खरीदा जा सकता है।

इस उत्पाद को खरीदने से पहले यह जानना जरूरी है, कि इसके उपयोग के बाद बहुत कम लोग संतुष्ट हुए है।

वही आधे से ज्यादा उपभोक्ता की प्रतिक्रिया नकारात्मक रही है।

पढ़िये: साफी सिरप | Addyzoa Capsule in Hindi

संयोजन

बीटी-36 कैप्सूल की संरचना – BT-36 Capsule Composition in Hindi

निम्न घटक बीटी-36 कैप्सूल में होते है।

शतावरी + मुलेठी + सफेद जीरा + छोटी इलायची + विदारीकंद + गंभारी + दारुहरिद्रा

बीटी-36 कैप्सूल कैसे काम करती है?

बीटी-36 कैप्सूल छोटे स्तनों में मांस या चर्बी की कमी को पूरा कर स्तनों के स्वास्थ्य को बिना ठेस पहुचाएं उन्हें बढ़ाने का कार्य कर सकती है।

  • बीटी-36 कैप्सूल मृत कोशिकाओं को हटाकर जीवित कोशिकाओं में वृद्धि करने का कार्य करती है, यह कदम कहीं न कहीं ब्रेस्ट इनलार्जमेंट में मददगार हो सकता है।
  • यदि स्त्रियों में हार्मोन की कमी या असंतुलन की वजह से वक्षस्थल में शिकायतें है, तो ऐसे मामलों में भी, बीटी-36 कैप्सूल हार्मोन्स के साथ उचित व्यवहार कर फायदा दे सकती है।
  • बीटी-36 कैप्सूल एस्ट्रोजन के लेवल को बढ़ाकर कार्य करती है, जिससे वक्षस्थल का ढीलापन दूर हो सकता है। यह स्तनों को ऊपर उठाकर फिगर को जवां लुक देने में मदद कर सकती है।
  • बीटी-36 कैप्सूल मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को सुधारकर उनमें उत्तेजना पैदा करने का कार्य कर सकती है, ताकि स्तनों को बड़ा और सख्त बनाया जा सकें।

पढ़िये: कनकासव सिरप Himalaya Himplasia Tablet in Hindi 

फायदे

बीटी-36 कैप्सूल के उपयोग व फायदे – BT-36 Capsule Uses & Benefits in Hindi

बीटी-36 कैप्सूल को निम्न अवस्था व विकार में सलाह किया जाता है।

  • स्तनों का छोटा आकार
  • स्तनों में ढीलापन
  • खराब आकृति
  • स्तनों का लटकना

दुष्प्रभाव

बीटी-36 कैप्सूल के दुष्प्रभाव – BT-36 Capsule Side Effects in Hindi

इसकी अति या दुरुपयोग से कुछ सामान्य दुष्प्रभाव हो सकते है-

  • बदबूदार पेशाब
  • सूजन
  • खुजली

पढ़िये: सुडौल जेल Chandanasava in Hindi

खुराक

बीटी-36 कैप्सूल की खुराक – BT-36 Capsule Dosage in Hindi

आमतौर पर, बीटी-36 कैप्सूल की ज्यादातर मामलों में सुझाव की जाने वाली खुराक कुछ इस प्रकार है-

उत्पाद खुराक
use in hindi
BT-36 Capsule
  • लेने का तरीक़ा: मौखिक खुराक
  • कितना लें:1 कैप्सूल
  • कब लें: सुबह और शाम
  • खाने से पहले या बाद: कभी भी
  • लेने का माध्यम: पानी के साथ
  • उपचार अवधि: डॉक्टर की सलाह अनुसार

बीटी-36 कैप्सूल की खुराक कुँवारी लड़की तथा 45 वर्ष तक की महिलाओं में फायदेमंद हो सकती है।

बीटी-36 कैप्सूल का पूरा कोर्स लेने का प्रयास करें।

एक खुराक छूट जाये, तो निर्धारित बीटी-36 कैप्सूल का सेवन जल्द करें। अगली खुराक बीटी-36 कैप्सूल की निकट हो, तो छूटी खुराक ना लें।

वही बीटी-36 कैप्सूल के साथ बीटी-36 क्रीम का उपयोग करने की भी सलाह दी जाती है।

सावधानी

निम्न सावधानियों के बारे में बीटी-36 कैप्सूल के सेवन से पहले जानना जरूरी है।

भोजन

नहीं, इस कैप्सूल के साथ किसी भी भोज्य पदार्थ को अनदेखा करने की आवश्यकता नहीं है।

जारी दवाई

अन्य जारी दवाई और घटक के साथ बीटी-36 कैप्सूल की प्रतिक्रिया की उपयुक्त जानकारी नहीं है।

लत लगना

नहीं, बीटी-36 कैप्सूल की लत नहीं लगती है।

ऐल्कोहॉल

शराब और बीटी-36 कैप्सूल की साथ में प्रतिक्रिया की जानकारी अज्ञात है।

गर्भावस्था

गर्भावस्था एक संवेदनशील अवस्था है, इसलिए बीटी-36 कैप्सूल का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

स्तनपान

स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर, बीटी-36 कैप्सूल के प्रभाव की जानकारी अज्ञात है।

ड्राइविंग

बीटी-36 कैप्सूल के सेवन से ड्राइविंग क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है।

पढ़िये: अरविन्दासव के फायदे | Tankan Bhasma in Hindi 

सवाल-जवाब

क्या बीटी-36 कैप्सूल रजोधर्म से वंचित स्त्रियों में कारगर है?

यदि ऐसी महिलाएं अपने फिगर को सुंदर बनाने हेतु इस दवा की आवश्यकता महसूस करती है, तो उन्हें डॉक्टरी सलाह के बाद ही बीटी-36 कैप्सूल का प्रयोग करना चाहिए।

क्या बीटी-36 कैप्सूल मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकती है?

बीटी-36 कैप्सूल मासिक धर्म चक्र को बिना प्रभावित किये अपना कार्य कर सकती है।

बीटी-36 कैप्सूल का असर कितने समय में दिखता है?

बीटी-36 कैप्सूल का कोर्स शुरू करने के बाद इस दवा को औसतन 3 महीनों तक जारी रखने की आवश्यकता होती है।

बीटी-36 कैप्सूल की दो खुराकों के बीच कितना समय अंतराल रखने की आवश्यकता है?

इसकी दो लगातार खुराकों के बीच कम से कम 4 से 6 घंटों का समय अंतराल जरूर रखें, ताकि ओवरडोज़ से बचा जा सकें।

क्या बीटी-36 कैप्सूल भारत में लीगल है?

हाँ, यह दवा भारत में पूर्णतया लीगल है।

पढ़िये: सेप्टिलीन टैबलेट | Erotican Capsule in Hindi

3 thoughts on “BT-36 Capsule के फायदे, नुकसान, खुराक, सावधानी”

Comments are closed.